बरेली (ब्यूरो)। बीते सप्ताह से जिला अस्पताल की ओपीडी में आने वाले मरीजों में सबसे अधिक मरीज स्किन संबंधी बीमारियों से ग्रसित मिल रहे हैं।

इतने मरीज स्किन संबंधी बीमारी का शिकार
जिला अस्पताल की ओपीडी में सैटरडे को कुल 1576 मरीजों को परामर्श दिया गया जिसमें 345 मरीज स्किन संबंधी बीमारियों से ग्रसित पाए गए।

इसलिए बढ़ रहीं स्किन डिजीज
साफ-सफाई में लापरवाही व संक्रमण के कारण फुंसी-फोड़ा व एक्जीमा, खुजली, दाद आदि के मरीज बढ़े हैं, जिला अस्पताल की ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों में स्किन के मरीजों की संख्या बढ़ी है।

नमी की कमी बांट रही बीमारियां
जिला अस्पताल के स्किन डिपार्टमेंट में तैनात डॉक्टर वैभव शुक्ला ने बताया कि गर्मी व बरसात के मौसम में वातावरण में नमी रहती है। इससे त्वचा की कोशिकाएं आपस में जुड़ी रहती हैंए लेकिन सर्दियों में ऐसा नहीं होता। ठंड के मौसम में कोशिकाओं में नमी कम हो जाती है, जिससे त्वचा सूखने लगती है और फटने की शिकायत शुरू हो जाती है। अधिक लापरवाही से त्वचा की ऊपरी के साथ निचली सतह भी प्रभावित होकर धीरे-धीरे सूखने लगती है। ऐसे में त्वचा की परत बाहर निकलने लगती है। बाद में वातावरण में मौजूद जीवाणुओं व गंदगी की वजह से त्वचा में संक्रमण के कारण फुंसी-फोड़ा, एक्जीमा, खुजली आदि स्किन की बीमारी से ग्रसित हैं।