- जानकारी के अभाव में कंज्यूमर्स को हो रही परेशानी

- बोले अफसर, कैंप के दौरान किया जा रहा अवेयर

बरेली : पिछले साल से शहर के दो जोन में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया आरंभ हुई तो बरेलियंस में एडवांस टेक्नोलॉजी को जानने की ललक जगी, लेकिन उप्र पॉवर कॉरपोरेशन की मंशा से बरेलियंस संतुष्ट नहीं हुए। ऐसा इसलिए भी कि स्मार्ट मीटर में तेज रीडिंग और बिल संबंधी दिक्कतें सामने आई तो कंज्यूमर्स समाधान दिवस पर भारी संख्या में स्मार्ट मीटर में गड़बड़ी की शिकायतें करने लगे। लेकिन विभाग के अफसर स्मार्ट मीटर के कार्यशैली से शुरुआत से ही संतुष्ट नजर आए।

अब विभाग ने निकाला सॉल्युशन

कोरोना का प्रकोप कम होने के बाद पिछले दो माह से ही बिजली विभाग की ओर से चीफ इंजीनियर कार्यालय में समाधान दिवस का आयोजन किया जा रहा है। इसमें आने वाली शिकायतों में सबसे अधिक शिकायतें स्मार्ट मीटर संबंधी होती हैं। कंज्यूमर्स की शिकायतों का समाधान करने और स्मार्ट मीटर के काम करने का तरीका समझाने के लिए अब विभाग स्मार्ट मीटर कैसे काम करता है, इसमें यूनिट के हिसाब से किस प्रकार रीडिंग काउंट होती है समेत अन्य समस्या से कंज्यूमर्स को अवेयर करने के लिए अगल से कैंप लगाया जाएगा। जहां कंज्यूमर्स की हर प्रॉब्लम का सॉल्युशन मिल सकेगा।

अब चैक मीटर से दूर होगी दिक्कत

बिजली विभाग के अफसरों के अनुसार दो माह से स्मार्ट मीटर की शिकायतों के मद्देनजर कंज्यूमर्स का शंकाएं दूर करने के लिए अब जिस इलाके से शिकायत आ रही हैं वहां चैक मीटर लगाने की कवायद की जा रही है। चैक मीटर इसी सप्ताह विभाग को प्राप्त हो जाएंगे। इसका आदेश भी कॉरपोरेशन से विभाग को प्राप्त हो गया है।

ऐसे काम करेगा चैक मीटर

इसको स्मार्ट मीटर के ठीक बराबर में लगाया जाता है। इसको स्मार्ट मीटर के सॉफ्टवेयर से कनेक्ट किया जाता है। जिसमें स्मार्ट मीटर में होने वाली सारी गतिविधियां स्टोर हो जाती है। मीटर तेज चलने या फिर अन्य कोई फॉल्ट होने पर इसमें रिंग बज जाती है।

बिना टेस्ट के लगा दिए स्मार्ट मीटर

आरटीआई एक्टिविस्ट एडवोकेट खालिद जीलानी ने स्मार्ट मीटर लगने के बाद आरटीआई फाइल कर विभाग से पूछा था कि कोई भी सॉफ्टवेयर आधारित उपकरण लगाने से पहले उपभोक्ता का यूएटी यानि यूजर ऐक्सेप्टेंस टेस्ट कराया जाता है इस टेस्ट में उपभोक्ता सॉफ्टवेयर के बारे में पूरी ट्रेनिंग ले लेता है जिससे बाद में रीडिंग और लोड जंपिंग संबंधी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता लेकिन यहां स्मार्ट मीटर तो लगा दिए गए लेकिन यूएटी कराना विभाग भूल गया।

लोगों की बात

मीटर लगने के बाद से ही बिल संबंधी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। हर माह की 4 तारीख को मोबाइल पर मैसेज आ जाता है लेकिन बिल रीडिंग की तुलना में अधिक होता है। कई बार शिकायत की लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ।

पवन गुप्ता, नवादा शेखान

स्मार्ट मीटर बस कहने को स्मार्ट मीटर है, कोई भी सिस्टम समझ नहीं आ रहा है। मीटर तेज चलता है, कई बार शिकायत की लेकिन विभागीय अफसर टालमटोल कर रहे हैं। समाधान दिवस में भी शिकायत की तो चैक मीटर लगाने का आश्वासन मिला है।

वैभव जायसवाल, कटरा चांद खां

स्मार्ट मीटर एडवांस है, इसलिए कंज्यूमर्स को इसको समझने में दिक्कत आ रही है। कैंप में आने वाले लोगों को इसके संचालन संबंधी जानकारी दी जाएगी, इसके बाद भी अगर कंज्यूमर्स को संतुष्टि नहीं होगी तो चैक मीटर लगाए जाएंगे।

कर्म सिंह, एक्सईएन, स्मार्ट मीटर