बरेली: स्पोर्टस स्टेडियम में एक नवंबर से गतिविधियां शुरू हो जाएंगी। जिलाधिकारी ने इसके निर्देश दिए थे। इसके चलते अधूरी पड़ी तैयारियों को पूरा किए जाने का काम शुरू कर दिया गया है। स्टेडियम में लाइटें आदि दुरुस्त कराई जा रही है। साथ ही जिम की सभी उपकरणों को सेट कर दिय गया है। मैदान में कुछ तैयारियां अभी बाकी हैं, जिन्हें शनिवार तक पूरा किए जाने का दावा किया जा रहा है। शुक्त्रवार को आरएसओ खुद स्टेडियम में मौजूद रहकर काम कराते दिखे।

कोरोना संक्रमण की शुरुआत से जिले में खेल की गतिविधियां शून्य हो गई थीं। इसका कारण शहर के स्पोर्टस स्टेडियम का बंद होना था। बीते एक माह से इसे खोल तो दिया गया लेकिन इसमें गतिविधियां सुचारू रूप से शुरू नहीं हो सकीं थीं। इसकी जानकारी मिलने पर बीते दिनों डीएम नितीश कुमार ने स्टेडियम का निरीक्षण किया। वहां के हालात बेहद खराब मिले थे। लाइटें खराब होने के चलते अंधेरा पड़ा था। स्पोर्टस संबंधित गतिविधियों में क्त्रिकेट के ही खिलाड़ी पहुंच रहे थे। इस पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए एक नवंबर तक गतिविधियां शुरू कराने के निर्देश दिए थे। डीएम के निर्देश के बाद शुक्त्रवार को जब स्टेडियम के हालात देखे गए तो बहुत कुछ सुधरा नहीं था। हालांकि क्षेत्रीय क्त्रीड़ाधिकारी विजय कुमार स्टेडियम में मौजूद थे। यहां लाइटों के लगाने का काम चल रहा था। लेकिन हॉकी, फुटबॉल आदि के गोल पोस्ट पूरी तरह से बदहाल पड़े थे। क्त्रिकेट के कुछ खिलाड़ी प्रैक्टिस शुरू करने से पहले एक्सरसाइज करते जरूर दिखे बाकी स्टेडियम पूरा खाली पड़ा था। यहां बनी जिम में भी लाइटें लग रही थी साथ ही मैट बिछाने के लिए नाप आदि का कार्य चल रहा था। आरएसओ विजय कुमार जिम में लगी मशीनों को खुद ही ठीक से सेट करवा रहे थे।

खिलाड़ी बोले नहीं हो सकी प्रेक्टिस

- कोरोना संक्रमण के बाद से प्रेक्टिस बंद हो गई थी। करीब छह माह तक सब बंद रहा। इसके चलते जो सीखा था वह भी भूल गए। अब फिर से प्रेक्टिस कर रहे हैं, देश के लिए खेलना चाहते हैं। - संजीव सिंह, क्रिकेट प्लेयर

- कोरोना शुरू होने के करीब चार महीने तक बैडमिंटन खिलाड़ियों को दिक्कत हुई। लेकिन इसके बाद स्टेडियम नहीं खुला लेकिन बैंडमिंटन खेलने वालों को परेशानी नहीं हुई। रात के समय दिक्कत थी, लेिन अब लाइट लग गई हैं। - सुनील कुमार, बैडमिंटन खिलाड़ी

अभी काफी काम बाकी

स्टेडियम में अभी काफी काम होने बाकी है। इसके चलते ही शु्क्त्रवार को लेबर लगी हुई थी। यहां दर्शकों के बैठने की दीर्घा टूटी हुई है, जिससे पीछे की ओर से आवारा जानवर घुस आते हैं। वहीं मैदान पर पर्याप्त घास नहीं है। इसके अलावा स्वीमिंग पूल, शौचालय, वाटर कूलर आदि भी दुरुस्त नहीं है।

लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कोरोना के चलते गतिविधियां बंद थीं। शनिवार का दिन शेष है जो तैयारियां बची हैं उन्हें भी पूरा कर लिया जाएगा। प्रकाश व्यवस्था ठीक हो गई है, जिम में जो दिक्कत थीं वह भी पूरी कर ली गई हैं। एक नवंबर से स्टेडियम पहले की तरह दिखाई देगा।

विजय कुमार, क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी