Permanent help desk

यूपीटीयू यूपीएसईई और कॉउंसलिंग प्रोसेस के लिए एफिलिएटेड कॉलेजेज में परमानेंट हेल्प डेस्क खोलेगा। इसके लिए यूनिवर्सिटी ने कॉलेजेज से हेल्प भी मांगी है। परमानेंट हेल्प डेस्क स्टूडेंट्स की हर क्वेरीज को शांत करेगा। इंट्रेंस टेस्ट की इंफॉर्मेशन हो या फिर इंस्टीट्यूट्स के रिलेटेड इंफॉर्मेशन, काउंसलिंग प्रोसेसे की इंफॉर्मेशन, काउंसलिंग के दौरान डॉक्यूमेंट वैरीफिकेशन कराने संबंधी सभी प्रकार की फैसिलिटीज प्रोवाइड कराई जाएंगी। यही नहीं यूपीएसईई के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन एप्लीकेशन स्वीकार किए जाएंगे। इसके लिए भी हेल्प डेस्क फैसिलिटेशन सेंटर्स की तर्ज पर काम करेगा। फॉर्म से रिलेटेड क्वेरीज तो बताएंगे ही साथ ही ऑनलाइन फॉर्म फिल करने में भी स्टूडेंट्स को हेल्प मिलेगी। यूपीएसईई के लिए फरवरी लास्ट वीक से एप्लीकेशन फॉर्म मिलने शुरू हो जाएंगे। 19 और 20 अप्रैल को यूपीएसईई कंडक्ट होगा। काउंसलिंग 20 जुलाई से 15 अगस्त कर कंडक्ट की जाएगी।

इंट्रेंस और काउंसलिंग में कई चेंज

इससे यूपीटीयू ने स्टूडेंट्स की लगातार घटती संख्या को देखते इंट्रेंस एग्जाम्स से लेकर काउंसलिंग प्रोसेस में बड़े बदलाव किए हैं। इंट्रेंस टेस्ट के लिए अप्लाई करने की संख्या में लगातार गिरावट तो देखी ही गई । टेस्ट में अपीयर होने और उसके बाद कॉउंसलिंग में भी अपीयर होने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में गिरावट देखी गई। इसी को देखते हुए यूपीटीयू ने इंट्रेंस टेस्ट के लिए अप्लाई करने का प्रोसेस ऑफलाइन करने के साथ ऑनलाइन कर दिया था। इसके साथ ही इंट्रेस्ट टेस्ट भी लास्ट ईयर से ऑनलाइन कर दिया गया। लास्ट ईयर बड़े पैमाने पर कॉउंसलिंग प्रोसेस में बदलाव कर उसे स्टूडेंट्स फ्रेंडली बनाया गया। डॉक्यूमेंट्स वैरीफाई कराने के बाद स्टूडेंट्स को वन टाइम पासवर्ड दे दिया गया। जिसकी मदद से वे कहीं से भी अपने कॉलेज की सीट लॉक कर सकते थे। इन सभी कवायद से यूपीटीयू काफी हद तक स्टूडेंट्स को अपनी ओर खींच पाने में सफल भी हुआ।