-चीफ वार्डेन हॉस्टल के छात्र प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर तय करेंगे पूरे सप्ताह का मेन्यू

बरेली : एमजेपीआरयू में हॉस्टल आवंटन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब जल्द ही खाने के लिए मेस भी शुरू हो जाएगी। स्टूडेंट्स के खाने के मेन्यू में बदलाव की तैयारी है। उनकी डिमांड और स्वास्थ्य के अनुसार मेन्यू तय किया जाएगा। जिसमें रोटी, सब्जी, दाल-चावल के अलावा गोभी और सत्तू के पराठे, बैंगन का भरता भी खाने को मिलेगा। जल्द ही मेस कमेटी की बैठक बुलाकर स्टूडेंट्स के प्रतिनिधि से मेन्यू पर बातचीत की जाएगी। वहीं हॉस्टल में बिजली की बर्बादी की तो स्टूडेंट्स पर कार्रवाई भी की जाएगी।

10 हॉस्टल हैं संचालित

आरयू में 10 हॉस्टल संचालित हैं, जिनमें करीब 1500 के आसपास छात्र-छात्राओं के रहने की क्षमता है। लॉकडाउन के बाद विश्वविद्यालय खुलते ही हॉस्टल आवंटन भी शुरू हो चुका है। इसके बाद खाने के लिए मेस भी शुरू की जानी है। चीफ वार्डेन प्रो। योगेंद्र प्रसाद बताते हैं कि छात्रों को पौष्टिक खाना मिले, इसके लिए हॉस्टल वार्डेन के जरिए छात्रों के ग्रुप बनवाए जाएंगे। हर हॉस्टल से एक अध्यक्ष और हर सेक्शन का एक छात्र प्रतिनिधि शामिल होगा। उनके साथ बैठक कर मेन्यू तय किया जाएगा। सात दिन छात्रों को नाश्ते से लेकर खाने तक में क्या दिया जाना है, इस पर छात्रों की राय ली जाएगी। छात्रों को आलू के पराठे के साथ-साथ अब गोभी और सत्तू के पराठे, बैगन का भर्ता आदि भी देने की योजना है। हालांकि बैठक में मेन्यू फाइनल होगा।

चीफ वार्डेन के पास भी होगा ब्योरा

अब चीफ वार्डेन के पास भी हॉस्टल के सभी स्टूडेंट्स का पूरा ब्योरा होगा। इसके लिए सभी वार्डेन से छात्र का नाम, कमरा नंबर, मोबाइल नंबर व क्लास की सूचना ली जाएगी। अभी तक सूचनाओं के लिए वार्डेन से संपर्क करना पड़ता है।

बिजली बर्बादी पर कार्रवाई

हॉस्टल आवंटन के साथ छात्रों को निर्देश भी जारी किए गए हैं। साफ कहा गया है कि हॉस्टल के कमरे में छात्र के अनुपस्थित रहने पर जांच के दौरान पंखा चलता एवं बत्ती जलती पाए जाने पर नियमानुसर कार्रवाई की जाएगी। कमरे में कोई भी स्लोगन, नाम या पोस्टर लगाना भी मना है।