- बारात आने से 24 घंटे पहले ही प्रेमी के परिजनों ने बारात लाने से कर दिया इंकार, जिला अस्पताल में भर्ती

- तीन साल के प्रेम प्रसंग के बाद आपसी सहमति से तय हुई थी शादी, प्रेमी की मां व अन्य पर आरोपी

बरेली। हल्दी की रस्म के लिए मंडप पर बैठी एक युवती के पैरों तले जमीन तब खिसक गई जब उसके मंगेतर के परिजनों ने फोन कर बारात लाने से इंकार कर दिया। काफी देर समझाने के बावजूद लड़के पक्ष के लोग नहीं माने तो युवती मायूस होकर छत पर चली गई और मकान की दूसरी मंजिल से छलांग लगा दी। उसके गिरने की आवाज सुनकर परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे और आनन-फानन में उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। यहां अस्पताल में युवती ने दर्द से कराहते हुए आपबीती सुनाई। परिजनों ने अब लड़के पक्ष के खिलाफ प्रेमनगर थाने में तहरीर देने की बात कही है।

तीन साल से था प्रेम प्रसंग

प्रेमनगर क्षेत्र के मोहल्ला जाटवपुरा में टायर मंडी के पास रहने वाले नंदू ने बताया कि वह रिक्शा चलाते हैं। उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले उन्हें जानकारी मिली कि उनकी बेटी पीलीभीत में बरखेड़ा के रहने वाले एक युवक को पसंद करती है। इस पर उन्होंने लड़के पक्ष से बात की और शादी तय कर दी। उनके मुताबिक शादी तय होने के बाद दो तीन दिनों से रस्में भी शुरू हो गईं। संडे को हल्दी व मंडप की रस्म के बाद मंडे को शादी की दिन तय किया गया था।

हल्दी की रस्म के बाद छत से कूदी

नंदू ने बताया कि संडे सुबह घर में बेटी की हल्दी की रस्म पूरी की जा रही थी। घर में खुशी का माहौल था। इसी बीच सुबह करीब नौ बजे लड़के पक्ष से उसके मौसा और जीजा का फोन आया और उन्होंने बारात लाने से इंकार कर दिया। इस पर पूरा परिवार परेशान हो गया। फिर उनके परिवार के लोगों ने ही नहीं, बल्कि मोहल्ले में रहने वाले उनके रिश्तेदारों ने भी उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन वह लोग नहीं माने और अपनी बात पर अड़े रहे। इस पर बेटी परेशान होकर मकान के ऊपर बने कमरे में चली गई। करीब एक घंटे बाद घर के बाहर शोर मचने लगा कि बेटी छत से कूद गई। वह लोग तुरंत ही बाहर पहुंचे और आनन-फानन में उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत अभी गंभीर बनी हुई है।