- प्रेमनगर के राजेंद्रनगर में किराए पर रहता है परिवार, बीकॉम की छात्रा है लड़की

- वेंटीलेटर पर चल रहा है इलाज, हालत नाजुक, पिता हैं ट्रांसपोर्टर

बरेली : सूदखोर ने एक लाख रुपये के बदले 70 हजार रुपये ले लिये। इसके बाद 70 हजार रुपये की और मांग की जाने लगी। रकम लेने वाले ने समय मांगा तो सूदखोर साथियों संग धमकाने घर पहुंचा गया। बीबी और बच्चों के सामने युवक की पिटाई कर दी। पिता की बेइज्जती बड़ी बेटी सह न सकी, कमरे में जाकर उसने फांसी लगा ली। प्रेमनगर के एक निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। वह वेंटीलेटर पर है।

युवती की हालत नाजुक

मामला प्रेमनगर के राजेंद्रनगर का है। शाहजहांपुर तिलहर दातागंज के रहने वाले रवीश अग्रवाल छह साल से राजेंद्र नगर में किराए के मकान में रहते हैं। वह ट्रांसपोर्टर हैं। बताया कि यहां रहने के दौरान चाहबाई में बालाजी दरबार में बमनपुरी के रहने वाले सूदखोर यश रस्तोगी उर्फ चंदन से उसकी मुलाकात हुई। अक्टूबर वर्ष 2020 में जरूरत पड़ने पर उससे एक लाख रुपये लिये। ढाई प्रतिशत प्रतिमाह ब्याज की बात तय हुई। इसके बाद एक लाख के बदले रवीश ने 70 हजार रुपये अदा कर दिये। आरोप है कि इसके बाद सूदखोर 70 हजार रुपये बकाया होने की बात कहने लगा। ढाई की जगह पांच प्रतिशत ब्याज मांगने लगा। बावजूद इसके रवीश ने समय मांगा, एक-एक पैसा देने की बात कही, लेकिन वह नहीं माना। सोमवार रात साढ़े नौ बजे वह अपने चार साथियों के साथ उनके घर पहुंचा। सूदखोर यश रस्तोगी शराब के नशे में था। उसके दो साथी बाहर खड़े थे। यश व उसके एक अन्य साथी ने रवीश के घर के अंदर प्रवेश किया। रकम की बात कहते हुए गाली-गलौच करने लगा। इस पर रवीश ने टोका, बैठकर बातचीत करने को कहा तो उनकी पिटाई कर दी। परिजनों ने बीच-बचाव किया तो सूदखोर ने धमकाया। पिता की यह बेइज्जती बेटी अंजलि को स्वीकार नहीं हुई। अपने कमरे में जाकर उसने फांसी लगा ली। परिजनों ने दरवाजा खटखटाया, नहीं खुला तो दरवाजा तोड़ा गया वह फंदे से लटकी हुई थी। सांसे चलती देख आनन-फानन में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल, लड़की की हालत नाजुक बनी हुई है। वह बीकाम सेकेंड ईयर की छात्रा है।

ट्रांसपोर्ट व बच्चों की पढाई के लिए बरेली को बनाया निवास

ट्रांसपोर्ट का काम आगे बढ़े और बच्चों की पढ़ाई भी बढि़या हो, इसी के लिए रवीश ने बरेली को निवास बनाया। उनके तीन बच्चे हैं। दो बेटियां व एक बेटा है। अंजलि बड़ी बेटी है। फिलहाल रवीश बेटी के इलाज में जुटे हुए हैं। आरोपित सूदखोर व अन्य के खिलाफ उन्होंने अभी कोई तहरीर नहीं दी है।

मामला संज्ञान में आया है। पिता की तहरीर पर आरोपित सूदखोर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई कराई जाएगी।

- यतींद्र सिंह नागर, सीओ प्रथम