- अस्पताल से बेटे को फेंकने के बाद खुद भी कूदकर सुसाइड करने का मामला, अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ प्रेमनगर पुलिस को सौंपी गई तहरीर

बरेली। शराब की लत छुड़वाने अस्पताल में भर्ती हुए एक युवक ने पहले अपने बेटे को छत से फेंककर अस्पताल की चौथी मंजिल से खुद भी छलांग लगा दी थी। जिनमें किशोर की मौके पर ही दो पिता की कुछ देर बाद मौत हो गई थी। अब हादसे के तीन दिन बाद मृतक की बहन ने बारादरी पुलिस को सौंपी तहरीर में आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रबंधन और डाक्टर की लापरवाही से उनके भाई की जान गई है। प्रेमनगर पुलिस अब मामले की जांच कर रही है।

गार्ड या नर्स होते तो बच सकता था हादसा

गोपालनगर की रहने वाली आरती कश्यप ने बताया उन्होंने अपने भाई दीपक को शराब की लत छुड़वाने के लिए गंगाशील अस्पताल में भर्ती कराया था। ठीक होने पर उन्होंने डाक्टर से अपने भाई की छुट्टी करने के लिए कहा, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने ज्यादा मुनाफा कमाने की मंशा से उसे डिस्चार्ज नहीं किया। वहीं उनके भाई को भूतल के कमरों में न रखकर चौथी मंजिल पर रखा गया था। वहां पर न तो कोई सुरक्षा थी न ही किसी स्टाफ का आना जाना था। इसलिए उनके भाई की मौत के जिम्मेदार अस्पताल प्रबंधन और डाक्टर हैं। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। पीडि़त की शिकायत पर प्रेमनगर पुलिस मामले की जांच कर रही है।