बरेली(ब्यूरो)। बीसलपुर चौराहे पर पांच मई को ओपन हुए न्यू भारत हॉस्पिटल में ओटी टैक्नीशियन का शव फर्श पर पड़ा मिला। सूचना पर परिजन पहुंचे तो पूरा स्टॉफ गायब था। अस्पताल में सिर्फ एक डाक्टर मिला, जो पुलिस व परिजनों को मौत का सही से कोई जवाब नहीं दे पाया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है। परिजनों ने चार के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी है।

तबियत खराब होने की दी थी सूचना
कैंट थाना क्षेत्र के गांव चनहेठी निवासी 38 वर्षीय दिलीप राठौर पुत्र रामबहादुर शर्मा बीसलपुर चौराहे पर स्थित न्यू भारत हॉस्पिटल में ओटी टैक्नीशियन के पद पर कार्यरत होने के साथ ही हॉस्पिटल में पार्टनर भी थे। सोमवार की रात 10 बजे हॉस्पिटल ड्यूटी गए। सुबह हो रोजाना की तरह वह जब घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने उन्हें फोन किया, लेकिन किसी ने कॉल रिसीव नहीं की। इसके बाद परिजनों ने हॉस्पिटल के रिेसेप्शन पर कॉल की तो उन्हें बताया गया कि दिलीप राठौर की तबियत ज्यादा खराब है, आप हॉस्पिटल आ जाइए। परिजन हॉस्पिटल पहुंचे तो जिस केबिन में डॉक्टर्स बैठते हैं उसमें दिलीप राठौर का शव फर्श पर पड़ा मिला और पूरा स्टॉफ फरार था। अस्पताल में सिर्फ दो वार्ड ब्वायज मौजूद थे। पुलिस के पहुंचने पर अस्पताल में डाक्टर तसब्बर हुसैन पहुंचे, लेकिन वह कोई जवाब नहीं दे पाए।

परिजनों ने हत्या का लगाया आरोप
मृतक के पुत्र प्रिंस राठौर ने बताया कि जब उन्होंने फोन किया तो बताया कि उनके पिता की तबियत ज्यादा खराब है आप अस्पताल आ जाइए। जब वह अस्पताल पहुंचे तो उनके पिता मृत मिले। जबकि अस्पताल से पूरा स्टॉफ फरार था। आरोप लगाया कि उनके पिता की हत्या की गई है।


बिना रजिस्ट्रेशन व बिना फायर एनओसी चल रहा था अस्पताल
बीसलपुर चौराहे पर स्थित न्यू भारत हॉस्पिटल की ओपनिंग इसी माह पांच मई हुई थी। संचालक ने अस्पताल बिना सीएमओ कार्यालय में रजिस्ट्रर्ड कराए ही संचालन शुरू कर दिया था। साथ ही अस्पताल संचालित करने से पहले फायर डिपार्टमेंट से भी फायर एनओसी नहीं ली गई। फायर सेफ्टी के नियमों की धज्जियां खुलकर उड़ाई जा रही थीं।

वर्जन
अस्पताल प्रबंधन की ओर से फायर डिपार्टमेंट से फायर एनओसी नहीं ली गई है। फिर भी इसकी पत्रावलियां देखी जा रही हैं। यदि फायर एनओसी नहीं होगी तो नोटिस जारी कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
चंद्रमोहन शर्मा, सीएफओ


बिना रजिस्ट्रर्ड कराए ही अस्पताल का संचालन किया जा रहा था। टीम गठित कर जांच कराई जा रही है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बलवीर सिंह, सीएमओ

रात दस बजे ड्यूटी पर आए थे। 11-12 बजे वह सो गए। सुबह उनकी फैमिली का फोन आया लेकिन नहीं उठा। बाद में हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया तो जानकारी हुई। परिजन जब आए तो वह मृत पाए गए। अस्पताल में उनकी कोई पार्टनरशिप नहीं थी।
तहसीन खान, अस्पताल डायरेक्टर