-बीजशोधन करने के लिए जैविक फंफूदी नाशक दवा खरीदने पर 75 प्रतिशत मिलेगा अनुदान

-बीज को शोधन करने के बाद बुआई करने पर फसलों का कीट से होगा बचाव

बरेली : आगामी दिनों में रवी की फसल की बुआई होनी है। ऐसे में अभी से ही कृषि रक्षा विभाग ने नकली दवा बेंचने वालों पर शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। मंडे को नकली कीटनाशक दवाओं की आशंका पर 12 नमूने भरे गए। इन नमूनों को जांच के लिए लैब भेजा गया है।

कई जगह मारे छापे

रवी की फसल के समय बीज और कीटनाशक दवाओं की डिमांड रहती है। ऐसे में दुकानदार ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर मे नकली कीटनाशक दवाओं की बिक्री शुरु कर देते हैं। मंडे को विभाग की टीम ने कई जगह पर छापा मारकर दवाओं के 12 सैंपल लिए। ये सैंपल लालकुआं के मौर्य बीज भंडार, मिर्जापुर के एग्री जंक्शन भंडार, फतेहगंज पूर्वी के रामनिवास राजीव कुमार ट्रें¨डग कंपनी से लिए गए। रिपोर्ट आने के बाद इन पर कार्रवाई की जाएगी।

बीजशोधन और भूमिशोधन पर अनुदान

सरकार किसानों को बीजशोधन और भूमिशोधन पर अनुदान देगी। अधिकारियों ने बताया कि बीज को जैविक फंफूदी नाशक दवा के साथ मिलाकर बीज की बुआई की जानी चाहिए। इससे फसल में कीट नहीं लगते हैं और उपज भी ज्यादा होती है। बीजशोधन के साथ भूमिशोधन के लिए किसानों को सरकार 75 प्रतिशत अनुदान दे रही है। यह अनुदान सीधे लाभार्थी के खाते में आएगा।

किसानों की उपज बढ़ सके। इसके लिए छापेमारी करके नकली बीज और दवाओं पर कार्रवाई की जा रही है। आज 12 नमूने भरे गए जिनको लैब जांच के लिए भेजा जा रहा है।

अर्चना वर्मा, कृषि रक्षा अधिकारी