बरेली।

कोरोना लॉकडाउन के दौरान बंद रहे धर्मस्थ्लों के कपाट मंडे सरकार की गाइड लाइंस के अनुसार खुल गए। इस दिन हर धर्म के लोगों को बेसब्री से इंतजार था। शहर में मंदिरों के कपाट खुलते ही भक्त अपने आराध्य के दर्शन और आराधना को पहुंचने लगे। अरसे बाद अपने आराध्य के दर्शन से भक्त भावविभोर भी हो उठे। राजेन्द्र नगर के बांके बिहारी मंदिर में सुबह से ही भक्तों का आना शुरू हो गया। यहां मंदिर प्रबंधन की ओर से भक्तों के हैंड सैनिटाइज और मास्क की पहले से ही व्यवस्था की गई थी। मंदिर के बाहर क्षेत्र के सभासद सतीश चन्द्र भक्तों की अगवानी के साथ ही सैनिटाइजर के साथ मौजूद थे। उन्होंने भक्तों के हाथ सैनिटाइज कराए। यहां मंदिर सेवा समिति के सदस्या भी व्यवस्था संभालने के लिए मौजूद रहे। मंदिर में भक्तों ने सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करते हुए भगवान के दर्शन किए। टिबरी नाथ मंदिर में भी ट्रस्ट की ओर से सारी व्यवस्थाएं मुकम्मल की गई थी। ट्रस्ट के सदस्य संजीव मोहन अग्रवाल ने बताया कि मंदिर में पूजा के दौरान भक्तों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष खयाल रखा जा रहा है। भक्तों को घंटे बजाने की अनुमति भी नहीं दी जा रही है। इतना ही नहीं मंदिर के हैंडपंप के हैंडल भी निकाल दिए गए हैं। मंदिर में भक्तों ने स्वयंभू शिवलिंग की पूजा अर्चना कर अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए भगवान भोलेनाथ से आशीर्वाद मांगा। पूजा में फूल और प्रसाद की मनाही होने के बाद भी भक्त इससे दूर नहीं हो सके। इसी तरह मॉडल टाउन स्थित हरि मंदिर में भी भक्तों के हैंड सैनिटाइज, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था की गई थी। यहां भी भक्तों ने भव्य श्रंगार से सजे राधा-कृष्ण के दर्शन किए। यहां भी मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी मौजूद रहे। मॉडल टाउन गुरुद्वारे में भी संगत के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई थी। हैंड सैनिटाइज के बाद भी संगत को गुरुद्वारा में प्रवेश मिला। संगत ने पूरे ऐहतियात के साथ गुरु जी के दीवन के सामने शीश नवाया। ऐसी ही व्यवस्था शहर के बाबा वनखंडी नाथ मंदिर, अलखनाथ मंदिर, राजेन्द्र नगर स्थित गुरुद्वारा, सुभाषनगर स्थित गुरुद्वारा सहित सभी छोटे बड़े मंदिरों में की गई थी। हार्टमैन कॉलेज के पास बड़ा बाग हनुमान मंदिर के कपाट मंडे को नहीं खुले। यहां मंदिर के कपाट ट्यूजडे को खुलने हैं। मस्जिदों और दरगाहों में भी अकीदतमंदों ने ऐहतियात बरतते हुए इबादत की।