- सोना खरीद के नाम पर मंगवाई रकम बरेली में झपटी, शाहजहांपुर में दबिश का नाटक

- गिरोह में बरेली का हेड कांस्टेबल और उत्तराखंड, मेरठ, लखीमपुर, अमरोहा के बदमाश

बरेली: शातिर बदमाशों ने एटीएस बनकर सर्राफ से 40 लाख रुपये हड़प लिए। सस्ता सोना खरीद का झांसा देकर रकम ऐंठी, इसके बाद छापेमारी का नाटक कर सर्राफ को डरा दिया। गिरोह में उत्तराखंड, मेरठ, अमरोहा, लखीमपुर खीरी व शाहजहांपुर के बदमाश शामिल हैं। शुक्रवार को सात आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। इनमें एक हेड कांस्टेबल बृजेश सिंह भी शामिल है। उसे निलंबित कर दिया गया है। कुछ अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका पाई गई है, जिसकी जांच हो रही।

रसीदें दिखाकर झांसे में लिया

शास्त्रीनगर में रहने वाले सर्राफ संतोष कुमार गंगवार की दुकान पर उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर के गांव दोपरिहिया निवासी रविंद्र सिंह अक्सर आता था। मई में उसने बताया कि सस्ता सोना बिक्री करने वाले कुछ लोग संपर्क में हैं। 22 मई को उसने पीलीभीत में अनिल शर्मा नाम के व्यक्ति से मिलवाया। उसे कई रसीदें दिखाकर कहा कि कम से कम एक किलो सोने की बिक्री करता है। 43 लाख रुपये देने होंगे। फायदे का सौदा देखकर संतोष ने रकम एकत्र की। अनिल शर्मा के कहने पर 30 जून को वह 40 लाख रुपये लेकर चौकी चौराहा के पास पहुंचे। वहां अनिल ने रुपये लेकर एक लड़का संतोष की कार में बैठा दिया। कहा कि यह लड़का शाहजहांपुर के खुटार में तिकुनिया धर्मकांटा ले जाकर सोना दिला देगा। शाम करीब चार बजे वहां पहुंचे तो एक अन्य युवक बैग लिए खड़ा दिखा। वह करीब आकर बैग देता, इससे पहले एक कार से कुछ लोग उतरे उसे पकड़कर ले गए। कुछ ही देर बाद अनिल का फोन आया कि एटीएस ने छापा मार दिया है इसलिए सोना अभी नहीं दिया जा सकता। कार्रवाई का डर दिखाकर फोन बंद कर दिया। बाद में संतोष एसएसपी रोहित सिंह सजवाण से मिले तो एसओजी को लगाया गया। फोन नंबर व लोकेशन के आधार पर आरोपितों को पकड़ा गया।

खुद को अनिल बताता था चंद्रपाल गिरोह का मास्टरमाइंड चंद्रपाल वर्मा है, जोकि पहचान छिपाने के लिए अपना नाम अनिल शर्मा बताता है। वह मूल रूप से मेरठ के पल्लवपुरम का रहने वाला है। उसके साथ लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी के गांव चठिया निवासी अहबाब उर्फ मुन्ना, शाहजहांपुर के ममूड़ी निवासी मोहम्मद इकबाल, मेरठ के सदर बाजार क्षेत्र के भूसामंडी निवासी इरशाद उर्फ अट्टे, शाहजहांपुर के मोहल्ला बाडूजई निवासी शरीफ और पुलिस लाइंस में तैनात हेड कांस्टेबल बृजेश सिंह शामिल है। वह अमरोहा के रजबपुर के गांव नाई का निवासी है। आरोपितों पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है।