(बरेली ब्यूरो)। शहर की स्मार्टनेस को और बढ़ाने के लिए व स्वच्छ रखने के उद्देश्य से शहर भर में जगह-जगह करोड़ों के बजट से वॉल पेटिंग बनाई गई थी। लेकिन कुछ लोगों के गैर जिम्मेदार रवैये के चलते वॉल पेंटिंग का बुरा हाल हो गया है। गुटखा खाने के बाद टशन से गाड़ी पर चलते हुए पीक मारने की गंदी आदत के कारण शहर की सुंदरता पर दाग लग गया है। शहर के ज्यादातर पुलों की दीवारों पर बरेलियंस को स्वच्छता के प्रति अवेयर करने के लिए कुछ समय पहले ही करोड़ों की लागत से स्वच्छता का संदेश देती पेंटिंग बनाई गई थी।
इसी अïवेयरनेस की हकीकत को जानने के लिए लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने जमीनी स्तर पर रिएलिटि चेक किया है

पेटिंग की सीख पर मार दी पीक
वॉल पेंटिग को प्रभावी बनाने के लिए अच्छे कारीगरों द्वारा पेटिंग बनवाई गई थी। लेकिन साफ सफाई व जागरूकता के अभाव में इस पर धूल व दाग दिखाई दे रहे हैैं। लोगों की गलती का इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि दीवार पर बने स्वच्छता के संदेश देती वॉल पेटिंग को ही पीक मारकर अस्वच्छ कर दिया गया है। कुछ लोगों ने तो पोस्टर लगाना मना है लिखा होने के बाद भी उस पर पोस्टर लगा दिया है।

रैकिंग में सुधार लेकिन पब्लिक गैर जिम्मेदार
स्मार्ट सिटीज की रैंकिंग में बरेली की स्थिति में सुधार हुआ है। बरेली की रैकिंग 35 वें स्थान से 14वें स्थान पर आ गई है। शहर के लिए यह एक बढ़ी उपलब्धि है, लेकिन लोगों की स्वच्छता के प्रति अवेयरनेस कम होने का खमियाजा खुद जनता को उठाना पड़ सकता है।

सीन-1, अटल सेतु के नीचे बनी वॉल पेटिंग
शहर में अगस्त मेंं शुरू हुए चौपुला पुल को अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में इस पुल का नाम अटल सेतु रखा गया था। इसके पिलर पर अटल बिहारी वाजपेयी की पेटिंग भी बनाई गई थी लेकिन लोगों ने उस पर पीक मारकर उसे गंदा कर दिया हैै।

सीन-2, इज्जतनगर पुल पर वॉल पेंटिंग
शहर के इज्जतनगर पुल की दीवारों पर लोगों ने पेटिंग पर पीक मारकर उसे लाल कर दिया है। इस तरह की हरकत से शहर की छवि धूमिल होती है। पेटिंग में बने प्रेरणादायक चित्र पर पीक मारने से भी लोग परहेज नहीं कर रहे हैैं। लोगों को खुद जिम्मेदार बनने की आवश्यकता है।

सीन-3, श्यामगंज पुल
इस पुल पर लगी पेंटिंग पर धूल व पीक का अंबार लगा हुआ है। लोगों ने यहां बनी पेंटिंग पीक मार दी है। जिससे इस दीवार की सुंदरता पर दाग लग रहा है।

सीन-4. आईवीआरआई
यहां पर लगी हुई टाइल्स पर लोगों ने पोस्टर लगा दिया है। पीक से इसकी दीवार को लाल कर दिया है। लोगों को अपनी जिम्मेदारी समझन की आïवश्यकता है।


वर्जन
शहर को साफ व स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी हर एक नागरिक की होती है। स्वच्छता ही शहर की पहचान होती हैै। लोगों को अपनी जिम्मेदारी समझने की आवश्यकता है।
-अमित

शहर में कुछ लोग हर जगह गुटखा खाकर थूक देते हैं। गुटखा खाना ही गलत है उसके बाद शहर को गंदा करना बहुत भी गंदी आदत है। लोगों को जिम्मेदार बनने की आवश्यकता है।
-देवेंद्र

जिस दीवार पर स्वच्छता संदेश लिखा है उसी पर थूकना व पोस्टर लगाना लोगों की गैर जिम्मेदार आदत को दर्शाता है। इसमें सुधार की आवश्यकता है।
-कपिल