बरेली (ब्यूरो)। जिले में 36 सेंटर्स पर संडे को जूनियर हाईस्कूल प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापक चयन परीक्षा हुई। अधूरे डॉक्यूमेंट्स लेकर एग्जाम सेंटर पहुंचने वाले कैंडिडेट्स को एंट्री नहीं दी गई। इससे गुस्साए कैंडिडेट्स ने काफी हंगामा किया। हालांकि एंट्री प्वाइंट पर तैनात सर्च टीम ने कैंडिडेट्स को समझाकर शांत कराया। इसके बाद उच्च अधिकारियों के निर्देश पर सभी कैंडिडेट्स को एंट्री दे दी गई।

फोटोकॉपी लेकर पहुंचे
कैंडिडेट्स को एग्जाम सेंटर पर प्रशिक्षण योग्यता का मूल प्रमाण पत्र, प्रशिक्षण योग्यता की लास्ट सेमेस्टर की मूल प्रति या फिर उच्च प्राथमिक स्तर के यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा का मूल प्रमाण पत्र में से कोई एक प्रमाण पत्र लाना अनिवार्य था, लेकिन कई कैंडिडेट्स लास्ट सेमेस्टर की मार्कशीट की फोटोकॉपी लेकर पहुंचे। कई कैंडिडेट्स मोबाइल में मार्कशीट की डिजीटल कॉपी भी दिखाने लगे। इस पर सर्च टीम ने उन्हें सेंटर में एंट्री देने से इंकार किया तो पैरेंट्स और कैंडिडेट्स के साथ नोंकझोंक होने लगी। मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गई। एग्जाम से पहले कैंडिडेट्स की कड़ी तलाशी ली गई। मोबाइल फोन, स्मार्ट वॉच, ब्लूटूथ, हेडफोन समेत इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ले जाने पर रोक रही।

जीएस और मैथ्स ने उलझाया
एग्जाम में 150 क्वेश्चन पूछे गए। इसमें जनरल स्टडीज (जीएस) का पार्ट कंप्लसरी होने के चलते कई कैंडिडेट्स सामान्य सवालों में ही उलझ गए। मैथ्स का पार्ट भी काफी टफ था। इसके अलावा क्वेश्चन पेपर में किसानों और अफगानिस्तान से जुड़े सवाल भी पूछे गए थे।

एड्रेस से हो गए कंफ्यूज
कई कैंडिडेट्स के एडमिट कार्ड में एग्जाम सेंटर का सही पता दर्ज नहीं था। कई कैंडिडेट्स के एडमिट कार्ड में एग्जाम सेंटर फरीदपुर के स्कूल का था जबकि एडे्रस बरेली कोतवाली लिखा हुआ था। तमाम कैंडिडेट्स शहर कोतवाली स्थित एसवी इंटर कॉलेज पहुंच गए। सर्च टीम ने ऐसे कैंडिडेट्स को लौटा दिया तब काफी अफरा-तफरी मच गई।

3083 ने छोड़ा एग्जाम
एग्जाम की पहली पाली में 16564 रजिस्टर्ड कैंडिडेट्स में से 13481 प्रेजेंट और 3093 अब्सेंट रहे। दूसरी पाली में रजिस्टर्ड कैंडिडेट्स 1006 में से 785 प्रेजेंट और 221 अबसेंट रहे।

फैक्ट्स

  • 36 सेंटर्स पर हुआ एग्जाम
  • 16564 कैंडिडेट्स रजिस्टर्ड
  • 13481 कैंडिडेट्स रहे प्रेजेंट
  • 3093 कैंडिडेट्स रहे अब्सेंट
  • 02 पालियों में हुआ एग्जाम

::: बातचीत :::

एग्जाम के लिए प्रिपेयर होकर आयी हूं इसलिए एग्जाम अच्छा हुआ। मैथ्स के क्वेश्चन को सॉल्व करने में काफी टाइम बीत गया। - सीमा

मोबाइल पर ओटीपी नहीं आने से एडमिट कार्ड डाउनलोड करने में काफी परेशानी हुई। वेबसाइट काफी हैंग हो रही थी। - आकाश कुमार, बदायूं

सोश्लॉजी का पार्ट आउट ऑफ सिलेबस लग रहा था। लेकिन टाइम से एग्जाम कंप्लीट हो गया। एग्जाम अच्छा हुआ। - श्रद्धा,

जनरल स्टडीज के पार्ट में कई क्वेश्चन में एक से ज्यादा आंसर्स सही लग रहे थे। मैथ्स का पार्ट भी टफ था। - नईम