-शहर से लेकर देहात तक फ्लॉप रहा जनाक्रोश दिवस

-कांग्रेसियों ने भारत बंद के दिन खुद ही खोल रखे थे अपने प्रतिष्ठान

>BAREILLY कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के आह्वन पर नोटबंदी को लेकर शहर में मंडे को जनाक्रोश दिवस के रूप में मनाया गया। जिसमें शहर से लेकर देहात क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया। इसके बाद भी जनाक्रोश दिवस पूरी तरह फ्लॉप रहा। जनाक्रोश दिवस पर कांग्रेस कमेटी जिलाअध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष के तत्वावधान में डॉ। भीमराव अम्बेडकर पार्क से महात्मा गांधी पार्क चौकी चौराहा तक पैदल मार्च निकाला। जिसमें कांगेस कार्यकर्ताओं ने केन्द्र सरकार विरोधी नारेबाजी भी की।

मोदी को कहा हिटलर

शहर में अम्बेडकर पार्क से रैली निकाल चौकी चौराहा गांधी प्रतिमा पर जाकर कार्यकर्ताओं ने रैली का समापन किया। कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं के हाथों में स्लोगन लिखी हुई तख्तियां थी। जिसमें केन्द्र सरकार विरोधी नारे भी लिखे थे.गांधी प्रतिमा पर जिलाध्यक्ष रामदेव पाण्डेय और चौधरी असलम मियां ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया जिसमें उन्होंने मोदी को हिटलर करार दिया। उन्होंने कहा कि यह सरकार जन विरोधी है।

खुले रहे कांग्रेसियों के प्रतिष्ठान

शहर में जनाक्रोश दिवस मनाने निकले कांग्रेसियों के ही प्रतिष्ठान मंडे को खुले रहे, और वह शहर में जनाक्रोश दिवस मनाकर लोगों को जागरूक करते खुले रहे करते रहे। कांग्रेसी यह बात भूल ही गए कि उनके खुद के प्रतिष्ठान तो खोल आए है तो दूसरे व्यापारी अपने प्रतिष्ठान कैसे बंद करेंगे। इस मौके पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामदेव पाण्डेय, महानगर अध्यक्ष असलम मियां, जफर अली नकवी,डॉ। युसुफ कुरैशी, सुप्रिया ऐरन, असलम सैफ, नवाब मुजाहिद हसन खां और कमलेश ठाकुर आदि मौजूद रहे।

कई संस्थाओं ने मनाया जनाक्रोश दिवस

आल इंडिया मुस्लिम मजलिस उत्तर प्रदेश के जिलाध्यक्ष डॉ। सरताज हुसैन अब्बासी ने भी भी नोटबंदी का विरोध किया। इसके साथ जनशक्ति एकता पार्टी ने और राष्ट्रीय पैगाम-ए- अमन कॉन्सिल ने भी जनाक्रोश दिवस मनाया।