फैक्ट एंड फिगर
8-ग्लास रूम बनाए जा रहे हैं गांधी उद्यान में
200-लोगों को मिलेगा रोजगार
80-लोगों के बैठने की होगी व्यवस्था
1-छोटा पार्टी हॉल भी होगा गांधी उद्यान में
30-दिसम्बर तक पूरा होगा निर्माण
15-लाख रुपए खर्च हो रहा बजट

बरेली (ब्यूरो) । अगर आप कुछ डिफरेंट फील करना चाहते हैं तो आपको कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी। क्योंकि शहर के गांधी उद्यान में स्मार्ट सिटी के तहत बन रहा ग्लास कॉफी कैफे आपको डिफरेंट फील कराएगा। इस कैफे को नगर निगम स्मार्ट सिटी योजना के तहत तैयार करा रहा है। कैफ का निर्माण दिसम्बर के अंत तक पूरा हो जाएगा। जनवरी से आम लोग ग्लास कॉफी कैफे में एंज्वॉय कर सकेंगे।

एक रूम में बैठ सकेंगे 10 लोग
इस ग्लास कैफे के एक रूम में 10 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। एसी ग्लास कैफे में बैठने के लिए सोफे लगाए गए हैं। जहां पर आप बारिश में भी एसी रूम में बैठकर बारिश के साथ कॉफी का भी आंनद ले सकेंगे। इस कॉफी कैफे को नगर निगम पीपीपी मोड पर संचालित करेगा। जहंा पर कोई भी आकर कैफे में एंज्वॉय कर सकेगा।

लंच और डिनर की सुविधा
नगर निगम के इस ग्लास कॉफी कैफे में सिर्फ कॉफी ही नहीं बल्कि लंच और डिनर की भी सुविधा होगी। ताकि कॉफी कैफे में आने वालों को सभी खाने पीने की चीजें एक ही जगह पर मिल सकें। कॉफी कैफे पहले सिर्फ कॉफी के लिए ही तैयार किया जाना था लेकिन स्पेस को देखते हुए वहां पर

लंच और डिनर की सुविधा देने की योजना को शामिल किया गया।

अक्षर विहार और सीआई पार्क भी शामिलनगर निगम अफसरों की मानें तो शहर के तीन पार्को का रेनोवेशन किया गया है। जहां पर कैंटीन की सुविधा दी गई है इसमें शहर के अक्षर विहार पार्क, सीआई पार्क और अब गांधी उद्यान पार्क में कैंटीन की सुविधा बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए योजना बनाई थी। जिसमें दो पार्क अक्षर विहार और सीआई पार्क में सुविधा शुरू हो गई है। अब गांधी उद्यान में कैंटीन की सुविधा जनवरी से शुरू हो जाएगी।

शहर का है मेन पार्क
शहर के मेन पार्को में गिना जाने वाला गांधी उद्यान में दिन भर आने जाने वालों की भीड़ सी दिखाई देती है। पूरा दिन आबाद रहने वाले पार्क में अब कैंटीन शुरू होने से आने वालों को तो फायदा होगा ही इससे नगर निगम को कमाई भी होगी।


अक्षर विहार और सीआई पार्क के बाद अब गांधी उद्यान पार्क में कैंटीन सुविधा शुरू की जा रही है। गांधी उद्यान में जो कैंटीन शुरू की जा रही है उसका नाम ग्लास कॉफी कैफे दिया गया है। पीपीपी मोड पर कैंटीन का संचालन जनवरी से शुरू कर दिया जाएगा। अभी निर्माण पूरा होने वाला है।
संजीव प्रधान पर्यावरण अभियंता, नगर निगम