यहां लगाए गए सोलर ट्री
-कमिश्नर ऑफिस
-300 बेड कोविड हॉस्पिटल
-गांधी उद्यान
-अग्रसेन पार्क
-कलेक्ट्रेट
-नगर निगम कैंपस

बरेली(ब्यूरो)। सूरज की कड़ी धूप पब्लिक को भले ही परेशान कर रही हो। लेकिन, इसका प्रकाश स्मार्ट सिटी को रात में रोशनी देने का काम कर रही है। दरअसल बरेली स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा करीब 60 लाख रुपए की लागत से लगाए गए सोलर ट्री पर्यावरण का भी ख्याल रख रहे हैैं। साथ ही अतिक्ति खर्च को भी रोकने में सहयोग कर रहे हैै। सोलर ट्री के माध्यम से मौजूदा समय में कई सरकारी कार्यालय जगमगा रहे हैं। ये सोलर ट्री प्रतिदिन 19 यूनिट बिजली का उत्पादन कर रहे हैं।

मिल रही सुविधा
सोलर ट्री से पांच किलोवाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। इनसे बरेलियंस को मोबाइल, लैपटॉप आदि को चार्ज करने की सुविधा मिल रही हैै। इन्हें स्मार्ट सिटी द्वारा शहर के छह स्थानों पर लगाया गया है।

क्या हैै सोलर ट्री
इन्हें सोलर ट्री इसलिए कहा जाता हैै, क्योंकि इनकी शेप को पेड़ की तरह ही रखा गया है। इसके पाइप पर सोलर पैनल पत्तियों की तरह लगे हुए हैं। सभी स्थानों पर पैनल को वर्टिकल वे में लगाया गया है। इस सोलर ट्री में पॉवर बैकअप वाली बैटरी लगाई गई है, जिससे इसे सूरज ढलने के बाद भी ऊर्जा मिलती रहे। इसमें मोबाइल और लैपटॉप चार्ज करने की व्यवस्था भी दी गई है।

यहां फैल रही रौशनी
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहर के गांधी उद्यान, कमिश्नर ऑफिस, तीन सौ बेड हॉस्पिटल, अग्रसेन पार्क, कलेक्ट्रेट और नगर निगम कैंपस में सोलर ट्री लगाए गए हैं, जिससे इन स्थानों पर रोशनी हो सके और बिजली की बचत के साथ ही उन संस्थानों का बिजली का खर्च भी बच सके।

7200 यूनिट प्रतिवर्ष उत्पादन
सोलर ट्री का बिजली उत्पादन इसकी क्षमता पर निर्भर करता है। स्मार्ट सिटी द्वारा शहर के छह स्थानों पर लगाए गए है। एक सोलर ट्री प्रति दिन 19 से 20 यूनिट तक बिजली उत्पादन करता है। वहीं एक वर्ष में करीब यह 7200 यूनिट बिजली का उत्पादन करता हैै। साथ ही यह पर्यावरण को बचाने में विशेष योगदान प्रदान करता है।

देता है पॉवर बैकअप
यह परियोजना 60 लाख रुपए की है। इस लागत से ही शहर के छह स्थानों पर सोलर पॉवर ट्री लगाए गए हैैं। इसमें पॉवर बैकअप भी है। बिजली जाने के बाद ये पेड़ रोशनी देते हैैं। शहर में यह पहला प्रयोग किया गया है, जिसमें पेड़ की तरह सोलर प्लेट्स लगी हैं, जिससे कम जगह में अधिकतम एनर्जी प्राप्त हो रही है।

विस्तार की है संभावना
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत सोलर पॉवर ट्री की शुरुआत फिलहाल छह स्थानों पर की गई है। यह सोलर ट्री केवल स्मार्ट सिटी के एरिया बेस्ड डेवलपमेंट के क्षेत्र में ही लगाए गए हैैं। आने वाले समय में इस तकनीक को कई सरकारी कार्यालय, स्कूल कॉलेज, रेजिडेंशियल सोसाईटीज, पार्क और मुख्य मार्ग पर लागू किए जाने की संभावना भी जताई जा रही है।

वर्जन
सोलर ट्री से शहर की खूबसूरती बढ़ गई है। सोलर ट्ी से पब्लिक के लिए साहूलियत मिल रही है। साथ ही इससे विभिन्न स्थानों पर रौशनी भी हो रही है।
-भपेश कुमार सिंह, महाप्रबंधक,