बरेली (ब्यूरो)। वेलेंटाइन वीक आने में दो दिन बाकी हैं। उस से पहले ही एक प्रेमी युगल के प्यार को मंजिल मिल गई। दोनों को जीवन भर का साथ मिल गया। यह सब संभव हुआ प्रेमिका की जिद के कारण। इस दौरान प्रेमी ने तो परिवार की जिद के आगे नतमस्तक होते हुए उन की इच्छा से दूसरी युवती से विवाह के लिए हामी भर दी थी, लेकिन प्रेमिका अपने प्रियतम के घर जा पहुंची और उस घर की ही बहू बनने की बात कहते हुए वहां पर डेरा जमा लिया। उसे ले जाने के लिए उस के पेरेंट्स ने एड़ी-चोटी का जोर लगाया। पुलिस ने भी उसे समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन अपने बालिग होने के साक्ष्य प्रस्तुत कर उस ने सब का मुंह बंद कर दिया। अंतत: प्यार की जीत हुई और एक दूसरे को वरमालाएं पहना कर दोनों सदा के लिए एक-दूजे के हो गए। इस दौरान खाकी दोनों के विवाह की साक्षी बनी।

यह था मामला
भमोरा थाना क्षेत्र के भोजपुर गांव निवासी कुंती को पड़ोसी गांव बभियाना निवासी रिश्तेदार अनुराग से पढ़ाई के दौरान प्यार हो गया। दोनों ने जीवन भर के लिए एक दूसरे का होने की कसमें तक खा लीं। इस दौरान युवक काम करने बाहर चला गया। इस बीच लडक़े के पिता ने उस का विवाह तय कर दिया। जब इस बात का पता प्रेमिका कुंती को चला तो वह बेचैन हो उठी और फ्राईडे की नाइट में ही घर वालों को चकमा देकर प्रेमी अनुराग के घर पहुंच गई। उधर जब परिजनों ने उसे घर में नहीं पाया तो उस की खोजबीन शुरू की। खोजते-खेजते वे अनुराग के घर पहुंचे तो वह वहां पर मिल गई। परिजन ने जब उस से अपने साथ चलने के लिए कहा तो उस ने उन के साथ जाने से साफ इंकार कर दिया। इस बीच मामला चौकी पहुंच गया, जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची। लडक़ी ने खुद को बालिग होने के साक्ष्य दिखाते हुए अनुराग से ही विवाह करने की जिद पकड़ ली। उस की जिद और दिखाए गए साक्ष्यों के आगे कानूनी तौर से पुलिस भी विवश हो गई। किसी प्रकार समझा-बुझा कर उसे घर भेजा और अनुराग को बुलाया गया। इस दौरान दोनो परिवारों ने दोनों को समझाने का प्रयास किया, किंतु कुंती अपनी जिद पर अड़ी रही। अंतत: दोनों परिवारों ने हार मान ली और थाना परिसर में स्थित मंदिर में दोनों का विवाह संपन्न करवा दिया गया। इस दौरान दोनों ने एक दूसरे को वरमाला पहना कर जीवनसाथी स्वीकार किया। इस दौरान इस विवाह को देखने के लिए थाने के बाहर लोगों की भीड़ लग गई।