बरेली (ब्यूरो)। दोस्ती बेहद खूबसूरत और खास रिश्ता होता है। हंसी मजाक और ढेर सारी मस्ती इस रिश्ते की जान होती है। परिवार और रिश्तेदार तो हमें ईश्वर से मिलते है। लेकिन दोस्त हम खुद चुनते है, अपनी पंसद से। यह ही वजह है कि जो बातें हम अपने परिवार से शेयर नहीं कर पाते, वो सब हम बगैर सोचे समझे अपने दोस्तों के साथ बांट सकते है। वैसे तो दोस्त कई होते है। लेकिन जब अच्छे दोस्तों की बात आती है। तो चंद नाम ही सामने आते है। दोस्तों की हर आदत सिर आंखों पर होती है। दोस्तों में कुछ खास खूबियां होती है। जो सीधा दिल में उतर जाती हैं। फ्रेंडशिप डे के अवसर पर दैनिक जागरण आईनेक्ट की टीम ने सिटी के यूथ से बात की तो युवाओं ने खुले मन से अपने विचार साझा किए।

क्या दोस्ती प्यार है
कई बार लेागों के जेहन में एक सवाल आता है कि क्या दोस्ती प्यार है। इस बारे में जब हमने हरूनगला की रहने वाली कल्पना से बता की तो उनका कहना था कि एक अच्छे दोस्त से प्यार हो सकता है, लेकिन प्यार को दोस्ती में नहीं बदला जा सकता। वहीं सीनियर सिटीजन का इस बारे में कहना था कि निस्वार्थ भाव से एक दूसरे के प्रति प्यार करना साथ देना ही प्यार और दोस्ती है। गल्र्स का कहना था कि दोस्ती ही प्यार है, क्योकि एक अच्छा दोस्त, जो हमें समझे और हमारी भावनाओं का ख्याल रखे, उससे हमें स्वत: ही प्यार हो जाता हैै।

हर बात कर सकते हैं शेयर
कोहाड़ापीर की रहने वाली गरिमा कहती हैं कि दोस्त हमारे सुख और दुख के साथी होते है। दोस्त अगर सच्चा हो तो उसके साथ आप जीवन की वो बातें भी शेयर कर सकते हैं, जो हर किसी से कह पाना आसान नहीं होता। मुसीबत के समय में जब आपका साथ तमाम लोग छोड़ देते हैं। सच्चा दोस्त उस वक्त में भी आपके साथ खड़ा होता है। सही मायने में वो आपको शुभचिंतक और हितैषी होता है। अगर आपके पास भी ऐसा कोई दोस्त है तो आपको सचमुच खुद को भाग्यशाली मानना चाहिए।

जानवर भी होते हैं दोस्त
हम में से अधिकांश लोगों ने एक्टर जैकी श्रॉफ अभिनीत तेरी मेहरबानियां मुवी जरूर देखी होगी। इसमें डॉग और जैकी श्रॉफ की दोस्ती को खूबसूरती से दर्शाया गया है। इस तरह की ही दोस्ती सिटी में भी कई जगह देखने को मिलती है। सिटी में बड़ी संख्या में पेट एनिमल लवर्स भी हंै। इनमें कई लोग ऐसे भी हैं जो अपने पेट से थोड़ी देर की दूरी भी बर्दाश्त नहीं कर सकते तो कई लोग अपने साथ उन्हें बिस्तर पर लेटाते है। साथ ही कुछ लोगों ने पेट के मरने के बाद उनकी कब्र भी बनवा दी है।

यूथ की बात
मैं और मेरी फ्रेंड खुशबू की 22 साल से दोस्ती है। हम लोग तीन के साल के थे तब से ही एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते हैं। हम दोनों का घर सेटेलाइट पर पास-पास मेें ही है, लेकिन उसकी शादी हो गई है। मेरी भी अब शादी हो गई है। हम दोनों को एक दूसरे की बहुत याद आती है तो मिलने चले जाते हैं।
रोशनी

हमारी और श्वेता की दोस्ती बरसों पुरानी है। क्लास वन से लेकर एजुकेशन कंप्लीट होने तक हम दोनों एक साथ पढ़े। हम लोग बचपन में बहुत मस्ती किया करते थे। एक-दूसरे के बिना हमें चैन नहीं आता था। आज भले ही हम लोग दूर हैं, लेकिन जब तक डेली फोन पर बात नहीं कर लेते, हमें चैन नहीं आता।
वर्षा &वैदेही&य

मैं और दीया बचपन के फ्रेंड है। स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई साथ-साथ कर रहे हैं। पार्टी हो या घूमना हम साथ में ही जाते है। एक दूसरे के बिना रह ही नहीं सकते हैं। हम दोनो सिविल लाइन बरेली में रहते हैं।
प्रियांशी