- कैंट क्षेत्र के कांधरपुर में बैलेट बॉक्स सील न करने का आरोप लगाकर प्रधान प्रत्याशी ने काटा हंगामा

- पुलिस बल व अधिकारियों ने की शांत रहने की अपील, किया पथराव, सीओ के हमराह समेत कई घायल

बरेली। थर्सडे को शहर में कैंट, इज्जतनगर, बारादरी और सुभाषनगर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत इलाकों में वोटिंग हुई। पूरा दिन पुलिस फोर्स की अलर्टनेस के चलते वोटिंग प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही। हालांकि वोटिंग खत्म होने के बाद ब्लॉक केसरपुर व कैंट के गांव कांधरपुर में कुछ प्रधान प्रत्याशियों ने पोलिंग पार्टियों पर निराधार आरोपी लगाते हुए हंगामा किया। वहीं कांधरपुर में हंगामे के बीच पोलिंग पार्टी व पुलिस बल पर पथराव भी कर दिया गया। इस दौरान पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल भी हुए। जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। भीड़ आक्रामक होने पर दोनों की क्षेत्रों में पुलिस ने लाठियां भांजकर भीड़ को मौके से खदेड़ा। फिर कड़ी सुरक्षा के बीच पोलिंग पार्टियों को रवाना किया गया। इस दौरान प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। दोनों ही क्षेत्र में अब पीठासीन अधिकारियों की शिकायत पर बवालियों के खिलाफ कार्रवाई कर रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। वहीं कुछ बवाली गिरफ्तार भी किए जा चुके हैं।

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कैंट प्रकरण।

प्रधान प्रत्याशी ने भड़काकर इकट्ठी की भीड़

कैंट क्षेत्र के गांव कांधरपुर स्थित पोलिंग बूथ्स पर पहले तो वोटिंग शांतिपूर्ण माहौल में होती रही। फिर शाम छह बजे तक साकुशल रूप से संपन्न भी हुई। वोटिंग के बाद पोलिंग पार्टियां अधिकारियों की मौजूदगी में उन्हें सील करके ले जा ही रही थीं कि एक प्रधान प्रत्याशी कुछ गांव वालों को लेकर बूथ पर पहुंच गया। प्रत्याशी ने पोलिंग पार्टी वैलेट बॉक्स बिना सील किए ही ले जाने का आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। अधिकारियों से समझाने का भी प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माना और दोबारा वोटिंग कराने तक की मांग कर डाली।

भीड़ को भड़काया, हुआ पथराव

काफी समझाने के बाद प्रधान प्रत्याशी और भीड़ मानने को तैयार नहीं हुए तो पोलिंग पार्टी के साथ मौजूद पुलिस बल ने मामले की सूचना अपर अधिकारियों को दी। इसी बीच प्रत्याशी ने भीड़ को भड़काना शुरू कर दिया। इसके बाद बौखलाई भीड़ ने पुलिस बल व पोलिंग पार्टी पर पथराव करना शुरू कर दिया। पथराव में सीओ सिटी कुल्दीप कुमार का हमराह सूरज सिर में पत्थर लगने पर घायल हो गया। साथ ही कई अन्य लोग भी घायल हुए। हालात बेकाबू होने पर तुरंत ही अतिरिक्त पुलिस बल की मांग की गई। वहीं घायलों को भी उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया।

लाठी चार्ज कर भगाई भीड़, कई गिरफ्तार

पथराव के बाद तुरंत मौके पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स पहुंच गई। काफी रोकने के बाद भी गांव के लोग नहीं माने तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। फिर किसी तरह भीड़ को वहां से खदेड़ा गया। वहीं पुलिस ने कुछ लोगों को बल्वा करने के आरोप में एक प्रधान प्रत्याशी के चाचा समेत सात लोगों को गिरफ्तार भी किया है। सीओ कुल्दीप कुमार ने बताया कि मामले में पीठासीन अधिकारी की तरफ से रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। एक प्रधान प्रत्याशी ने लोगों को भड़काकर पूरी घटना कराई है। उसकी भी तलाश जारी है। मामले में कार्रवाई कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।

एसडीएम को फोन किया, बोले बस में आग लगा देंगे

हंगामे के बीच एक तरफ पुलिस बल को समझाने में जुटी हुई थी तो दूसरे तरफ कुछ असामाजिक तत्व भीड़ को हवा दे रहे थे। इसी बीच एक युवक ने एक एसडीएम को फोन कर पहले तो अपने आरोप बताए फिर उनसे कहा कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं की गईं तो पोलिंग पार्टी की बसों समेत अन्य वाहनों में भी आग लगा दी जाएगी। इसके बाद मौके पर हड़कंप मच गया और तुरंत ही पुलिस फोर्स में भीड़ पर कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस अब बवालियों को चिह्नित किया जा रहा है।

ब्लॉक केसरपुर प्रकरण।

पैदल ले जाए जा रहे दो वैलेट बॉक्स देख भीड़ ने किया हंगामा

भुता थाना क्षेत्र और ब्लॉक बिथरी चैनपुर के पंचायत क्षेत्र केसरपुर के एक पोलिंग बूथ पर शाम छह बजे वोटिंग समाप्त होने के बाद पोलिंग पार्टियां वैलेट बॉक्स सील कर स्ट्रांग रूम की तरफ रवाना हो गए। लेकिन एख गांव वाले के मुताबिक डीसीएम द्वारा वैलेट बॉक्स ले जाए जाने के बाद दो वैलेट बॉक्स दो पुलिसकर्मी पैदल ही पीछे-पीछे लेकर जाने लगे। करीब तीन सौ मीटर तक उन्हें मॉनीटर करने के बाद उन्हें एक गाड़ी में रख लिया गया। फिर दो प्रधान प्रत्याशियों ने इसका विरोध करते हुए दोनों पुलिसकर्मियों का घेराव कर लिया। इसके बाद आरोप प्रत्यारोपों का सिलसिला शुरू हो गया। प्रधान प्रत्याशियों के साथ ही वहां गांव की 200 लोगों की भीड़ भी जमा हो गई और जमकर हंगामा हुआ। भीड़ को बेकाबू होते देख पुलिसकर्मियों ने अधिकारियों को मामले की सूचना देकर मदद मांगी।

दोबारा मतदान कराने की मांग, लाठीचार्ज

हंगामे की बीच प्रधान प्रत्याशियों ने जमकर बवाल करने के साथ ही दोबारा मतदान कराने की भी मांग कर डाली। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने उन्हें काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने। भीड़ मौके पर बढ़ती गई और हालात बेकाबू होने लगे। इसके बाद मौके पर पहुंची फोर्स ने पोलिंग पार्टियों को सुरक्षित मौके से निकालने के लिए भीड़ पर लाठी चार्ज कर उन्हें वहां से खदेड़ दिया। इस दौरान कई लोग घायल भी हुए, हालांकि कोई उपद्रवी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा। हालात काबू में आने के बाद पोलिंग पार्टियों को सुरक्षित मौके से निकाला जा सका। पुलिस के इस लाठी चार्ज में कई मीडियाकर्मी भी मौके पर चोटिल हो गए। जिनसे पुलिसकर्मियों ने अभद्रता भी की।

दोपहर में फर्जी वोट को लेकर हुआ बवाल

इसी क्षेत्र में थर्सडे दोपहर को वोटिंग के दौरान भी काफी हंगामा हुआ था। एक प्रधान प्रत्याशी ने दूसरे प्रधान प्रत्याशी पर आरोप लगाया था कि उसने अपने मृत पिता के वोट की पर्टी बनाकर अपने एक परिचित को वोट डालने के लिए भेजा है। इस पर पोलिंग पार्टियां व अन्य अधिकारी भी अलर्ट हो गए और मामले की जांच की जाने लगी। गांव वालों के मुताबिक मामले में हालांकि कोई सामने नहीं आया। वहीं पुलिस ने भी सूचना को फर्जी बताते हुए परिस्थितियां सामान्य बताईं।

मोहनपुर प्रकरण

मोहनपुर में उड़ी फर्जी वोटों की अफवाह

कैंट क्षेत्र के ही गांव मोहनपुर में थर्सडे दोपहर एक पोलिंग बूथ पर डेढ़ हजार फर्जी वोट डाले जाने की योजना बनाने की अफवाह उड़ गई। इससे इलाके में हड़कंप मच गया। तुरंत ही फोर्स मौके पर पहुंचकर अलर्ट हो गया। एक प्रधान प्रत्याशी का कहना था कि दूसरे प्रत्याशी ने आसपास के इलाके के लोगों को इकट्ठा कर डेढ़ हजार फर्जी वोट डलवाने की योजना बनाई है। इसके अलावा करीब बीस फर्जी महिलाएं बूथ के अंदर भी पहुंच चुकी हैं। कैंट इंस्पेक्टर राजीव कुमार ने बताया की ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया। किसी ने फर्जी वोटों की अफवाह उड़ा दी थी।

क्यारा ब्लॉक में बदले वैलेट

विकासखंड क्यारा के ग्राम पंचायत क्षेत्र उमरसिया में बीडीसी चुनाव लड़ रहीं वनदेवी ने थर्सडे सुबह बूथ पर पहुंचकर आरोप लगाया कि वह प्रत्याशी हैं, लेकिन वैलेट से उनका नाम ही गायब है। उन्होंने बताया कि वोटिंग सुबह सात बजे ही शुरू हो चुकी है, जबकि उन्हें इस बात की सूचना डेढ़ घंटे बाद लगी। इसका विरोध करते हुए कुछ गांव वाले मौके पर हंगामा भी करने लगे। इसके बाद मौके पर मौजूद अधिकारियों ने उन्हें समझाकर जांच की तो मामले कुछ और ही निकला। कैंट इंस्पेक्टर राजीव कुमार ने बताया कि मामले की जानकारी मिली थी। बूथ पर गलती से वैलेट बदल गए थे। लेनिक उस वक्त पर एक या दो वोट ही पड़ सके थे। इसके बाद वैलेट बदलवा दिए गए। फिर प्रत्यासी को समझाकर शांत कर दिया गया।