हिमांशु अग्निहोत्री (बरेली)। अगर आप भी रोड किनारे लगे कचरे के ढेर से परेशान हैं या सरकारी योजनाओं की सटीक जानकारी नहीं मिल पा रही तो आप को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। इन सब समस्याओं से निजात दिला रहे हैैं डिजिटल दुनिया के हथियार, जिन्हें हम एप के नाम से जानते हैैं। अगर जरूरत है तो बस इन्हें इंस्टॉल करने की। बीमार होने पर चिकित्सक को ढूंढने की समस्या हो या फिर जॉब की टेंशन, अधिकांश समस्याओं से एप आप को छुटकारा दिला सकते हैैं। एप की खूबियों व इन के उपयोग को आसान तरीके से समझाती, पेश है बरेलिंयस के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की यह स्पेशल रिपोर्ट

आईएमए का आईएमए बरेली एप (रेटिंग 4.2)
आईएमए बरेली एप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैैं, इस को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बरेली ब्रांच के तत्कालीन प्रेसीडेंट डॉ। रवीश अग्रवाल ने वर्ष 2016 में तैयार करवाया था। इस का उद्देश्य चिकित्सकों के साथ ही मरीजों की हेल्प करना है। एप का इंटरफेस काफी सिंपल बनाया गया है। एप को ओपन करते ही इस में चिकित्सक, पैथोलॉजी लैब, डायग्नोस्टिक सेंटर, ब्लड बैैंक्स, हॉस्पिटल्स की लिस्ट मिल जाती है। आईएमए के एप में 100 से अधिक अस्पताल रजिस्टर्ड हैैं, साथ इतने ही चिकित्सक भी एप पर उपलब्ध हैैं, इस में स्पेशलाइजेशन के अनुसार चिकित्सकों को वर्गीकरण किया गया है। एप पर 30 से अधिक स्पेशलाइजेशन की स्लाइड बनी हुई हैैं, इस स्लाइड पर क्लिक कर के संबंधित चिकित्सक से संपर्क साधा जा सकता है। साथ ही कौन सा चिकित्सक किस अस्पताल में मिलेगा, यहां जानकारी भी एप में समाहित है।

कैसे करें इस्तेमाल
-प्ले स्टोर पर जाएं
-आईएमए बरेली सर्च करें
-डाउनलोड करें
-इंटरफेस सामने खुलेगा
-कैटेगरी सलेक्ट करें
-संबधित डिटेल्स ओपन हो जाएंगी

नगर निगम का बरेली 311 एप
नगर निगम की ओर बरेलियंस को सुविधा देने के लिए बरेली 311 नाम से एप तैयार किया जा रहा है। हालांकि एप अभी अपने अंतिम चरण में हैैं, जल्दी यह प्ले स्टोर पर दिखेगा और लांचिंग के साथ ही लोग इसे डाउनलोड कर सकेंगे। इस में लाइट, वेस्ट कलेक्शन, पेट रजिस्ट्रेशन, स्वच्छता, कचरा गाड़ी, जीरो वेस्ट ईवेंट, टैक्स सबमिट, प्रमाणपत्र, सिटी बस टाइमिंग, वार्ड की जानकारी के साथ ही निगम से जुड़ी जानकारी व अन्य सुविधाएं एक क्लिक पर मिल सकेंगी। एप को नागरिक सेवाओं के उपयोग को आसान बनाने के लिए बनाया गया है। एप से शहर के फेमस फूड प्वाइंट्स, एमआरएफ सेंटर, आरआरआर सेंटर, पुलिस स्टेशन, हेल्पलाइन के साथ ही अपने वार्ड के बारे में भी जान सकते हैैं, ई बसों का रूट भी इस पर दिखाई देगा।

इस तरह कर सकेंगे यूज
-प्ले स्टोर पर खोलें
-बरेली 311 सर्च करें
-डाउनलोड कर इंस्टॉल करें
-लॉग इन करें
-एप का इंटरफेस दिखाई देगा
-संबंधित विभाग के इंटरफेस पर क्लिक करें
नोट- एप जल्द निगम की ओर से लांच किया जाएगा

ये मिलेंगी फैसेलिटीज
-कंप्लेंट
-सिटी बस
-डॉग रजिस्ट्रेशन
-आईजीआरएस
-सिटीजन सर्विस
-डोर टू डोर कलेक्शन
-सी एंड डी मैटेरियल
-होम कंप्लेंट
-प्लास्टिक बैन हेल्पलाइन
-बर्तन बैैंक रिक्वेस्ट
-पीएम आवास योजना
-एमआरएफ सेंटर
-फेमस फूड प्वाइंट
-पुलिस स्टेशन

दिशा बरेली एप (रेटिंग 4.8)
सीडीओ जग प्रवेश की पहल से दिशा बरेली की एप को वर्ष 2022 में लांच किया गया था। इस में 24 विभिन्न विभागों के कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी व लाभार्थी को कैसे कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त हो सकते हैं, यह सुविधा दी गई है। साथ ही विभिन्न अधिकारी व कर्मचारी मोबाइल नंबर आदि से संबंधित जानकारियां हैं। दिशा एप सक्सेसफुल एप है, इसे अब तक 70 हजार से अधिक लोगों ने डाउनलोड किया है। सरकारी योजनाओं को दिशा बरेली की नाम के एप पर अपलोड किया गया है। यह एक तरह से अलग-अलग विभागों की सरकारी योजनाओं का कॉम्बो पैक है, जिसमें समाज कल्याण विभाग, जिला नगरीय, स्किल इंडिया, मत्स्य विभाग, श्रम विभाग, लघु सिंचाई, बाल विकास, कृषि विभाग, बेसिक शिक्षा, उद्योग, खादी, पशुपालन, दिव्यांगजन, महिला कल्याण, पिछड़ा वर्ग, स्वास्थ्य विभाग, अल्पसंख्यक, ग्राम्य विकास, विद्युत विभाग, यूपी नेडा, प्रमाणपत्र, खाद्य आदि विभागों में चलने वाली योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है। इस बात की खूबी यह है कि संबंधित योजना के साथ विभाग के अधिकारी व पटल सहायक का नाम और नंबर भी मौजूद है।

कैसे करें इस्टॉल व यूज
-प्ले स्टोर पर जाएं
-दिशा बरेली की, सर्च करें
-जिला चुनें
-विभाग इंटरफेस शो होगा
-योयनाएं, रिकॉर्ड, हेल्पलाइन का आइकन दिखेगा
-संंबंधित आइकन पर क्लिक करें
-उदाहरण के तौर पर किसी भी विभाग पर क्लिक करेंगा
-संबंधित विभाग की योजनाएं दिखेंगी
-योजना पर क्लिक करें
-योजना के बारे में, आवेदन की प्रक्रिया, अधिकारी व सहायक पटल का नाम दिखेगा

स्वच्छता महुआ एप (रेटिंग 3.0)
यह एप मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एवं अर्बन अफेयर की ओर से लांच किया गया था। इस में सिटी की समस्याओं का फोटो का लोकेशन के साथ अपलोड किया जा सकता है। समस्या का 24 घंटे के अंदर निस्तारण कर दिया जाता है। एप पर लॉगिन करने के बाद यलो स्पॉट, सीवरेज ओवरफ्लो, डेड एनिमल, डस्टबिन की सफाई, गार्बेज डंप, सफाई आदि समस्या की फोटो अपलोड की जा सकती है।

कैसे करें डाउनलोड व यूज
-प्ले स्टोर से डाउनलोड करें
-लॉगिन करें
-कैटेगरी चूज करें
-समस्या पर क्लिक करें
-कंप्लेंट करने के लिए लाइव फोटो करें
-लोकेशन टैग हो जाएगी
-अब सबमिट पर क्लिक करें
-निस्तारण पर मैसेज आएगा
-एप में पहले की गई कंप्लेंट्स भी देख सकते हैैं।
-यह एप स्वच्छता को बढ़ावा देना वाला है


सेवा मित्र एप

रीजनल इंप्लॉयमेंट ऑफिस की तरफ से शुरू किए गए सेवा मित्र एप पर कोई भी स्किल्ड पर्सन रजिस्ट्रेशन करा सकता है। इसके लिए कोई भी पर्सन घर बैठे ऑनलाइन इसी एप पर अप्लाई करेगा। उसके बाद दिए ऑप्शन को फिल करना होगा। उसके बाद उसे इसी एप के माध्यम से काम भी उपलब्ध होगा। एप पर 25 तरह की अलग-अलग सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रहीं हैं। इतना ही नहीं इस एप के माध्यम से कोई भी व्यक्ति एप पर दी जाने वाली सुविधाओं को ट्रेंड पर्सन के माध्यम से सुविधाएं ले सकता है। इसके साथ ही सेवायोजन ऑफिस का ही दूसरा एप सेवायोजन के माध्यम से कोई भी स्टूडेंट्स जॉब पाने के लिए अपना फ्री में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकता है। घर बैठे कोई भी स्टूडेंट्स इस एप के माध्यम से रोजगार मेला, जॉब निजी से लेकर सरकारी क्षेत्र की तलाश कर सकता है।

-सेवा मित्र को मोबाइल में प्ले स्टोर से इंस्टाल करना होगा
-एप डाउनलोड कर मोबाइल में आईडी पासवर्ड बनाकर ओपन करना होगा
-एप को ओपन करते ही आपको आपकी सिटी सिलेक्ट करना होगी
-सिटी सिलेक्ट करने के बाद दूसरा ऑप्शन लुकिंग फॉर मतलब आपको किस तरह की सेवा चाहिए
-सेवाएं सिलेक्ट करने के बाद आपको अलग-अलग एक ही सेवा की कई तरह के ऑप्शंस दिखेंगे
-इसके साथ सेवा योजन एप के माध्यम से भी कोई स्टूडेंट्स अपना रजिस्ट्रेशन एप पर करा सकते हैं
-सेवा योजन एप के माध्यम से कोई भी व्यक्ति जॉब के लिए अप्लाई कर जॉब भी तलाश सकते हैं


ड्रिफकेस एप (रेटिंग 4.3)
इस एप का इस्तेमाल ओपीडी काउंटर पर पर्चा बनवाने के लिए लंबी लाइन के चक्कर से निजात देता है। मरीजों की परेशानी को देखते हुए ऑनलाइन सुविधा जिला अस्पताल में शुरू की गई है। अब उन्हें पर्चा के लिए इधर उधर भटकना नहीं होता है। मोबाइल पर यह सुविधा मिल जाती है।

ये करें इस्तेमाल
-पेशेंट या परिजन को प्ले स्टोर ड्रीफकेस एप डाउनलोड करना होगा।
-एप पर रजिस्ट्रेशन के दो विकल्प सामने आएंगे।
-एक फोन नंबर और दूसरा आधार कार्ड का नंबर।
-पेशेंट को आधारकार्ड के नंबर का विकल्प चुनना होगा
-अपना आधार नंबर दर्ज करना होगा
-आधार नंबर दर्ज होते ही आधार से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगी।
-इसे दर्ज करने के बाद पेशेंट को आधार में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा
-इस के बाद आधारकार्ड में दर्ज पेशेंट का नाम, उम्र, लिंग, पिता का नाम, पता खुद दर्ज हो जाएगा।
-पेशेंट को एक आभा एड्रेस चुनना होगा।
-आभा खाता एक्टिव हो जाएगा
-परिवार के अन्य सदस्यों को जोडऩे के लिए दोबारा प्रक्रिया दोहराई जा सकती है
-ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वाले पेशेंट मेडिकल कॉलेज के ओपीडी पर्ची काउंटर पर लगाए गए क्यूआर कोड को अपने फोन के एप के माध्यम से स्कैन करेंगे।
- एक टोकन नंबर मिलेगा
-पेशेंट का विवरण अपने आप कंप्यूटर में आ जाएगा
- टोकन नंबर बता कर पर्ची लेनी होगी