- निजी मेडिकल कॉलेज के कोविड एल टू हॉस्पिटल में चल रहा था इलाज

बरेली : जिले में कोरोना संक्त्रमण की चपेट में आने के बाद जान गंवाने वालों की संख्या बीते एक सप्ताह से थमी चल रही थी। फ्राईडे को तीन ओर कोरोना संक्त्रमितों की मौत हो गई। इनमें एक अधेड़ और दो बुजुर्ग शामिल हैं। इसकी जानकारी जिला प्रशासन और मृतकों के परिजनों को दे दी गई है।

इनकी हुई मौतें

शहर के राजेंद्र नगर प्रेमनगर निवासी बुजुर्ग की 20 अगस्त को तबियत खराब हुई। उन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया जहां कोविड जांच होने पर उनकी रिपेार्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद उन्हें कोविड एल-3 अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां सात दिन तक उपचार चलने के बाद थर्सडे देर रात उनकी मौत हो गई। इसके अलावा पुराना शहर जगतपुर निवासी बुजुर्ग की 23 अगस्त को जांच कराई गई थी। इसमें वह पॉजिटिव आए तो उन्हें कोविड एल-3 अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। जहां फ्राईडे सुबह उनकी मौत हो गई। इसके अलावा आवंला क्षेत्र के गांव मनौना निवासी अधेड़ की भी कोरेाना संक्त्रमण की चपेट में आने के बाद फ्राईडे को मौत हो गई। वह 21 अगस्त को पॉजिटिव पाए गए थे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोविड डेथ प्रभारी बनाए गए डॉ। सी पी सिंह ने बताया कि तीनों मृतकों के स्वजनों को बुलाकर शव सौंप दिए गए। इसके बाद अंतिम संस्कार कोविड मानकों के अनुसार कराया गया है।

प्रभारी ने मारा छापा, झोलाछाप के खिलाफ मुकदमा दर्ज

बरेली : बीते दिनों सीएमओ कार्यालय में सीएमओ के हस्ताक्षर बनाकर झोलाछापों को नोटिस देकर वसूली करने वाला रैकेट सक्रिय था। सीएमओ ने झोलाछाप और रजिस्ट्रेशन का कार्य देखने वाली टीम ही बदल दी। एसीएमओ डॉ। आलोक चंद्रा से चार्ज हटाकर डॉ। सीपी सिंह को दे दिया। साथ ही टीम में भी फेरबदल किए। अब झोलाछाप और रजिस्ट्रेशन का कार्य देख रहे डॉ। सीपी सिंह ने छापेमारी की तो बिथरी चैनपुर में दुकान पर मरीजों की भीड़ लगी पाई। यहां पर एलोपैथिक दवाइयों का उपयोग हो रहा था और मरीजों को बोतले खून आदि चढ़ाया जा रहा था। इस पर कार्रवाई करते हुए यहां मौजूद प्रमुख व्यक्ति राम सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए मामले की तहरीर बिथरी चैनपुर पुलिस को दी गई। इसी तरह केसरपुर में एक अस्पताल बिना पंजीकरण के चलते मिला। वहां चिकित्सक डॉ। अखिलेश को नोटिस देकर दो दिन में प्रपत्र लेकर कार्यालय आने को कहा गया है।

झोलाछाप और बिना पंजीकरण के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। यह जारी रहेगा। एक झोलाछाप और बिना पंजीकरण चल रहे एक अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

डॉ। सीपी सिंह, एसीएमओ, झोलाछाप एवं पंजीकरण प्रभारी