- लॉकडाउन में चेकिंग के साथ ही कार्रवाई भी रही ठप

- ट्विटर हैंडल पर ट्रैफिक अपडेट्स भी महीने भर से गायब, अवेयरनेस ट्वीट्स भी सिर्फ दो

बरेली। कोरोना महामारी के दौर में लगाए गए आंशिक लॉकडाउन में शहर की पुलिस के कंधों पर ना सिर्फ लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने बल्कि बरेलियंस को संक्रमण से दूर रखने की भी जिम्मेदारी थी। लेकिन यह सख्ती पिछले साल के मुकाबले इस बार महज कागजों में ही दिखाई दी। बदहाल व्यवस्था के चलते शहर के बाजारों और सड़कों पर जमकर भीड़ जुटी और नियमों का भी उल्लंघन किया गया, लेकिन इस बीच ट्रैफिक पुलिस सड़कों से नदारद रही। लॉकडाउन के बावजूद सड़कों पर जाम जैसी भी स्थितियां बनीं। इतना ही नहीं ट्रैफिक पुलिस की ऑनलाइन अवेयर करने की व्यवस्था पर भी कोरोना ग्रहण लग गया। अब ऐसे में पिछले एक महीने से ट्रैफिक पुलिस के ट्विटर हैंडल पर अपडेट ना डाले जाने के चलते मददगार साबित होने वाली यही व्यवस्था लोगों को परेशान करने लगी।

नौ मई से हैंडल नहीं हुआ अपडेट

आम दिनों में ट्रैफिक पुलिस के ट्विटर हैंडल पर रोजाना आठ से दस ट्रैफिक अपडेट डाले जाते थे। इनमें शहर के मुख्य चौराहों के साथ ही अलग-अलग इलाकों में ट्रैफिक की समस्या व हालात को हैंडल पर शेयर करके लोगों को अवेयर किया जाता था। लेकिन बीती नौ मई से बरेली ट्रैफिक पुलिस के ट्विटर हैंडल पर कुछ भी अपडेट नहीं किया गया है। आखिरी ट्रैफिक अपडेट नौ मई को सुबह करीब साढ़े दस बजे नॉवल्टी चौराहे की डाली गई थी। खाली पड़ी इस ट्विटर वॉल से मालूम होता है कि नौ मई के बाद से शहर में ट्रैफिक को लेकर कोई समस्या ही सामने नहीं आई। लेकिन वास्तविकता ऐसी नहीं है। इससे पहले भी इस बदहाल व्यवस्था पर दैनिक जागरण आई नेक्सट ने खबर प्रकाशित की थी, जिस पर अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लेते हुए सुधार भी कराया था। लेकिन अब व्यवस्था दोबारा से बेपटरी हो गई है।

फर्जी चालान के भी लगे आरोप

ट्रैफिक पुलिस पर अक्सर बिना वजह वाहनों के चालान काटने के आरोप भी लगते रहते हैं। ऐसे में पिछले कुछ दिनों में भी कुछ लोगों ने ट्रैफिक पुलिस के ट्विटर हैंडल पर बिना वजह उनके वाहन के चालान काटे जाने की शिकायतें की।

कुछ मामले।

कागज पूरे, फिर भी कर दिया चालान

शहर के रहने वाले चंदे्रश सेंगर ने 19 मई को ट्रैफिक पुलिस के ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर शिकायत की थी कि सभी कागजात पूरे होने के बावजूद पुलिस ने उनकी बाइक का चालान काट दिया। उन्होंने कई बार इसकी शिकायत ई-मेल के माध्यम के साथ ही ऑफिस जाकर भी की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। फिर परेशान होकर उन्होंने किसी कार्रवाई से बचने के लिए पांच सौ रुपये का चालान जमा कर दिया। वहीं उनके इस ट्वीट पर ट्रैफिक पुलिस ने रिप्लाई करते हुए कहा कि जांच में चालान काटा जाना ठीक पाया गया। नौ पार्किग में गाड़ी खड़े होने पर चालान किया गया था।

बिना कारण बताए किया चालान

मीरगंज क्षेत्र के रहने वाले देव शर्मा ने बताया कि बीते संडे को वह किसी काम से बाजार में निकले हुए थे। इसी बीच रास्ते में उन्हें कुछ पुलिसकर्मियों ने रोक लिया और बिना कोई कारण बताए हरियाणा नंबर की उनकी बाइक का चालान काट दिया। उन्होंने पूछा भी, लेकिन उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई। इस पर उन्होंने मामले की शिकायत ट्रैफिक पुलिस के ट्विटर हैंडल पर की। उनके इस ट्वीट पर ट्रैफिक पुलिस ने रिप्लाई करते हुए बताया कि मीरगंज क्षेत्र की अनुविश चौकी पर उनका चालान डीएल ना दिखाए जाने पर किया गया था। इसमें कुछ गलत नहीं है।

घर बैठे हो गया चालान

शहर के रहने वाले अरविंद कुमार ने बताया कि तीन दिन पहले अचानक उनके मोबाइल पर एक मैसेज आया, जिसमें लिखा हुआ था कि उनकी बाइक का एक हजार रुपये का चालान काटा गया है। इस पर वह हैरान रह गए। उन्होंने बताया कि वह कहीं निकले ही नहीं तो चालान कैसे हो गया। उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस ऑफिस में भी की, लेकिन कोई जानकारी प्राप्त नहीं हो सकी। अब उन्होंने एसएसपी से मामले की शिकायत करने की बात कही है।

शहर में ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने और इसमें सुधार करने के लिए लगातार प्रयास जारी हैं। ट्विटर पर व्यवस्थाएं और अपडेट्स में भी सुधार किया जा रहा है। लोगों की जरूरत देखते हुए नई व्यवस्थाएं लागू की जाएंगी।

- राम मोहन सिंह, एसपी ट्रैफिक