-किला के मोहल्ला जखीरा निवासी है महिला

-शौहर दो बार कर चुका है निकाह, तीसरी बार निकाह का दबाव

BAREILLY: निकाह के समय दो लाख की डिमांड पूरी नहीं होने पर शौहर ने महिला को छह माह बाद ही टॉर्चर करना शुरू कर दिया। महिला ने जब विरोध किया तो ससुराल वालों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। इस बीच शौहर सऊदी काम के लिए चला गया। ससुराल वालों ने महिला को टॉर्चर किया तो उसने विरोध किया। जिस पर शौहर ने उसे फोन पर ही सऊदी से ट्रिपल तलाक देकर घर से निकालवा दिया। सोमवार को महिला मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष फरहत नकवी के पास पहुंची और मदद की गुहार लगाई। फरहत ने महिला की बात सुनकर उसे न्याय दिलाने की बात कही है।

2011 में हुआ था निकाह

किला थाना क्षेत्र के मोहल्ला जखीरा निवासी आयशा ने बताया कि उसका निकाह 11 अप्रैल 2011 को जखीरा नियर मोहल्ला रेती निवासी फहीम आलम के साथ हुआ था। निकाह के तीन माह बाद ही शौहर उससे दो लाख की डिमांड करने लगा। विरोध करने पर मारपीट करने लगा। आयशा ने जब यह बात अपने मायके वालों को बताई। तो आयशा के भाई रुखसार ने फहीम आलम को सऊदी जॉब के लिए बुला लिया इस दौरान उसने फहीम को 1 लाख रुपए भी दिए। इस दौरान आयशा के ससुराल में उसे टॉर्चर करने लगे तो उसने विरोध किया, जिस पर शौहर ने सऊदी से ही से उसे फोन पर तलाक दे दिया। जिसके बाद महिला मायके आ गई। वर्ष 2014 अप्रैल में फहीम आलम जब सऊदी से छह माह की छुट्टी पर आया तो उसने फिर से आयशा को निकाह के लिए कहा। लेकिन इससे पहले जेठ अजीज के साथ हलाला की बात कही।

हलाला का विरोध थाने में दी तहरीर

आयशा पर जब ससुराल वालों ने दबाव बनाया तो उसने थाने में तहरीर दे दी। मामला परिवार परामर्श केन्द्र पहुंचा तो ससुर मंजूर हुसैन ने आयशा से कहा कि वह सभी गुनाह अपने ऊपर लेकर फहीम से दोबारा निकहा करा देंगे। जिसके बाद उसका निकाहा फहीम आलम से करा दिया गया। दोबारा निकाह के दो दिन बाद ही शौहर ने उसे ट्रिपल तलाक देकर निकाल दिया। उस समय आयशा गर्भवती थी। आयशा के एक बेटा 6 वर्षीय अयान को रोक लिया और उसे निकाल दिया। आयशा ने बताया उसने मायके में आने के बाद बेटी अजालिया को जन्म दिया। जिसके बाद से वह मायके में रह रही है, जबकि शौहर ने उसे बेटी को कोई खर्चा नहीं दिया। उसने वर्ष 2014 में शौहर के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। आयशा का आरोप है शौहर उससे अब तीसरी बार निकाह करने के लिए तैयार है लेकिन हलाला का दबाव बना रहा है। लेकिन वह अब शौहर के साथ रहने को तैयार नहीं है। क्योंकि शरीयत के अनुसार किसी महिला का दो बार ही निकाह हो सकता है तीसरी बार नहीं।