BAREILLY: यूपी बोर्ड की कापियों का मूल्यांकन 17 मार्च से शुरू हो गया है। इसके लिए शहर में पांच मूल्यांकन केन्द्र बनाए गए है। परीक्षा के दौरान पढ़ाई पर ज्यादा भरोसा नहीं रखने वाले स्टूडेंट्स में कोई कॉपी में नोट रखकर पास करने की गुहार लगा रहा है, तो कोई सीसीटीवी कैमरे लगने से हुई परेशानी का दर्द कॉपी में बयां कर रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संडे को परीक्षक जब कॉपी चेक कर रहे थे दो केस इसी तरह के सामने आए।

 

दोनों स्टूडेंट्स 10वीं के

बोर्ड परीक्षा की कॉपी में दर्द बयां करने वाले दोनाें ही स्टूडेंट्स 10वीं के थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक स्टूडेंट्स ने हाईस्कूल की कॉपी में 100 रुपए का एक नोट पेस्ट किया और नोट के नीचे लिखा कि मेरी अच्छी तैयारी नहीं होने के कारण कॉपी में कुछ अधिक नहीं लिख सका। कृपया मुझे अच्छे अंक से पास कर देना। क्योंकि सर फेल हो गया तो घर वालों को कैसे मुंह दिखाऊंगा। वहीं दूसरे स्टूडेंट्स ने कॉपी में लिखा कि 'सभी को नोट बंदी ने मारा, लेकिन मुझे तो सीसीटीवी कैमरों ने मारा' यह लिखते हुए स्टूडेंट्स ने लिखा कि अपनी बात को यहीं पर समाप्त करता हूं, लेकिन प्लीज सर मुझे पास कर देना।

 

हजारों स्टूडेंट्स ने छोड़ी थी परीक्षा

10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के दौरान पहले दिन ही हिन्दी के पेपर में करीब 11 हजार से अधिक स्टूडेंट्स ने परीक्षा छोड़ी थी। इसके बारे में टीचर्स का कहना है कि सीसीटीवी कैमरों के चलते इस बार परीक्षा छोड़ने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई।

 

कॉपियों में निकली सामग्री करनी होगी जमा

बोर्ड परीक्षाओं की कॉपियों में निकलने वाली सामग्री को डीआईओएस ने सेंटर इंचार्ज के पास जमा कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि परीक्षा के दौरान कॉपियों में नोट या फिर कोई पर्ची निकलती है तो परीक्षक उसे तुरंत इंचार्ज के पास जमा करा दें। इसके लिए समय नष्ट न करें ताकि, समय से मूल्यांकन पूरा हो सके।