- गोदाम वापस शिफ्ट न करने की स्थिति पर राशन वितरण नहीं करने की दी चेतावनी

बरेली : डेलापीर मंडी परिषद में शहर के कोटेदार उठान गोदाम वापस डेलापीर मंडी में किए जाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे। इस दौरान पास में स्थित एक गोदाम में चना पलटते हुए मजदूरों पर कोटेदारों की निगाह पड़ी। गंदा व घूना चना बोरी में भरकर लोड किया जा रहा था। कोटेदारों ने हंगामा किया। उन्होंने घटतौली के आरोप भी लगाए।

70 रुपए ढुलाई

सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता परिषद के जिलाध्यक्ष हरी सिंह गंगवार ने बताया कि कुछ दिन पहले ही शासन के आदेश पर मंडी से एक गोदाम को पीलीभीत रोड स्थित एक जगह पर शिफ्ट कर दिया गया। जहां से कोटेदारों को उठान करने पर प्रति ¨क्वटल 50 रुपए भाड़ा देना पड़ रहा है। जबकि एक ¨क्वटल में उन्हें केवल 70 रुपये ढुलाई ही दी जाती है। ऐसे में अन्य खर्चे भी शामिल है। जिसे देखते हुए बीते तीन दिनों से यूनियन जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी, क्षेत्रीय खाद्य आपूर्ति अधिकारी को भी ज्ञापन दे चुकी है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मंगलवार को मंडी परिषद में धरना प्रदर्शन के दौरान कुछ कोटेदार चना लदान होते देख वहां पहुंचे और घुना, गंदा चना देखकर हंगामा शुरू कर दिया। कोटेदारों ने बताया कि मंडी से लदान हो रहा चना प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत बुंदेलखंड कृषि उत्पादन सहकारी समिति झांसी के नाम पर पैक हो रहा था।

मांगे न मानी तो नहीं बांटेंगे राशन

कोटेदार अंशुल अग्रवाल, सुमित सैनी, श्याम मनोहर गुप्ता ने बताया कि कुल 303 कोटे की दुकानें हैं। जिसमें से महानगर के आस पास 180 दुकानें है। ऐसे में पीलीभीत रोड स्थित गोदाम से राशन की उठान करने में अधिक खर्च आ रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि डेलापीर मंडी में गोदाम वापस न लाए जाने पर वह न तो राशन उठाएंगे और न ही वितरण कार्य करेंगे।

नियमों का नहीं किया जा रहा है पालन

कोटेदारों ने बताया कि सरकार का आदेश है कि कोटेदारों को नजदीकी गोदाम से ही माल उठान कराया जाएगा। ऐसे में डेलापीर मंडी परिषद की जगह दूर स्थित दूसरे गोदामों से उठान कराना सरकार के आदेशों को दरकिनार करना है।

मंडी में कोटेदारों ने घुना चना, कम वजन होने की शिकायत की है। जिसकी जांच के लिए एआरओ को कहा है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

- सीमा त्रिपाठी, डीएसओ