बरेली(ब्यूरो)। जिला अस्पताल का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक वार्ड ब्वाय मरीजों से रिश्वत लेते हुए दिखाई दे रहा है। बताया जा रहा है कि वार्ड ब्वाय प्लास्टर करने से पहले मरीजों से पहले पैसे लेता है बाद में प्लास्टर करता है। रिश्वत की बात सामने आते ही वार्ड ब्वाय को हटा दिया गया है। उसके सभी रिकार्ड की जांच शुरू हो गई है।

ओपीडी के कमरा नंबर आठ में हड्डी वाले डाक्टर बैठते है। कमरा नंबर आठ और नौ के बीच में प्लास्टर रूम है, जहां पर डाक्टर की सलाह के बाद मरीजों को प्लास्टर बांधा जाता है। मंगलवार को उसकी कमरे का एक वीडियो वायरल हुआ। जिसमें वार्ड ब्वाय रामलखन मरीजों से प्लास्टर करने के नाम पर पैसे ले रहा था। वीडियो में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि एक रामलखन पहले एक आदमी से बाद में एक महिला से पैसे ले रहा है। पैसे नहीं देने पर काम करने की बात हो रही है। मजबूरी में मरीज के स्वजन उस वार्ड ब्वाय को पैसे दे रहे है। जो भी व्यक्ति पैसे नहीं देता उसका काम नहीं किया जाता है। वीडियो वायरल होने के बाद एडीएसआइसी डा। मेघ ङ्क्षसह का कहना है कि मामला संज्ञान में आते ही रामलखन को प्लास्टर वार्ड से हटा दिया गया है। बुधवार सुबह ही उस वार्ड में किसी दूसरे वार्ड ब्वाय की तैनाती की जाएगी। उसके सभी रिकार्ड को भी मंगाकर जांच की जा रही है। बताते चलें कि रामलखन जिला अस्पताल में रेग्यूलर वार्ड ब्वाय है।

पहले भी मिल चुकी थी शिकायतें
चिकित्सा अधीक्षक डा। एके गौतम ने बताया कि रामलखन की पहले भी शिकायतें मिल चुकी थी। बीते दिनों स्टोर से शिकायत मिली थी कि उसे जितना भी प्लास्टर का सामान दिया जाता है। रिकार्ड में उससे कम दर्ज किया जाता है। इससे संभावना थी कि रामलखन लोगों को पैसे लेकर आफ रिकार्ड भी प्लास्टर करता था। जिनकी एंट्री रजिस्टर में नहीं होती थी। बहरहाल, उसे हटाकर जांच शुरू हो गई है।

वर्जन ::
रिश्वत लेने का मामला संज्ञान में आया है। वार्ड ब्वाय राम लखन को तत्काल प्रभाव से वार्ड से हटा दिया गया है। उसकी जगह अब किसी अन्य वार्ड ब्वाय को वहां पर तैनात किया जाएगा। उसके सभी रिकार्ड की भी जांच की जा रही है।
-- डा। एके गौतम, चिकित्सा अधिकारी