BAREILLY:
शहर के पॉश एरियाज में गिना जाने वाला आवास विकास योजना संख्या-2 दो भी बदहाली का हाल बयां कर रहा है। वार्ड में गड्ढा मुक्त सड़कें, सुन्दर हरे भरे पार्क और बेहतर साफ सफाई की व्यवस्था होने के बाद भी बाशिन्दे कई समस्याओं से जूझ रहा हैं। वार्ड में स्थित तालाब भी अवैध कब्जा का शिकार हो गया, इसके साथ ही लोगों ने रोड पर भी अवैध अतिक्रमण कर नाली पर कब्जा कर लिया, जिससे कई जगह रोड किनारे बनी नाली भी अधूरी ही छूट गई है। अतिक्रमण करने वालों ने निर्माण तोड़ने का विरोध कर नाली निर्माण ही रोकवा दिया, जिससे वार्ड के एरिया में बारिश होने पर जल भराव की समस्या भी हो जाती है। वहीं सुबह-शाम डेलापीर तालाब को आने-जाने वाली भैंसे भी रोड पर जाम लगा देती हैं।
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वार्ड-16
पार्षद- शशि सक्सेना
शिक्षा- बीए
जनसंख्या- 20,000
वोटर्स- 12,000
मोहल्ला:- जगदीश विहार, अवध कालोनी, प्यारे लाल कालोनी, वृंदावन कालोनी, गुलमोहर,
राजीव कुंज, अंबेडकर नगर, डेलापीर तालाब और पूर्णागिरि विहार।
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पब्लिक डिमांड
-डेलापीर तालाब पर अवैध कब्जा हटाया जाए।
-रोड किनारे नालियों से कब्जा हटाया जाए, और अधूरी नालियों का निर्माण पूरा हो।
-डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन बंद कर डोर टू रोड अभियान चलाया जाए।
-पुरानी और जर्जर सीवर लाइन को बदला जाए।
-कॉलोनी में बंदरों आवारा कुत्तों और रोड पर निकलने वाली भैंसों से छुटकारा मिले।
-कॉलोनी के मेन प्वाइंट पर सोलर लाइट लगाई जाए।
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जवाब दाे पार्षद जी
रिपोर्टर:- कालोनी में पटेल नगर और झूलेलाल द्वार रोड किनारे नाली अधूरी है क्यों।
पार्षद:- हां रोड किनारे कई जगह पर कॉलोनी में लोगों ने अतिक्रमण कर पक्का निर्माण करा दिया है। जब नाली बनेगी तो निर्माण टूटेगा। इसीलिए ठेकेदार ने निर्माण न तोड़ने के कारण नाली अधूरी छोड़ दी है।
रिपोर्टर:- डेलापीर से निकलने वाली भैंसे रोड पर जाम लगा देती हैं। इसके लिए क्या किया।
पार्षद:-सुबह और दोपहर को डेलापीर तालाब को आने जाने वाली भैंसे झूले लाल रोड से शील चौराहे तक दिन में दो बार जाम लगा देती है। इसके लिए कई बार नगर निगम में शिकायत की लेकिन डेयरी संचालक नहीं मानते हैं।
रिपोर्टर:-डेलापीर तालाब पर कब्जा चल रहा है इसके लिए क्या कार्रवाई की।
पार्षद:-डेलापीर तालाब पर कब्जा हो रहा है इसकी शिकायत डीएम से तक की गई है। शिकायत के बाद निर्माण तो रोकवा दिया है और कार्रवाई भी चल रही है.
रिपोर्टर:-कॉलोनी में डेयरी संचालक गंदगी फैलाकर सीवर भी चोक कर देते हैं, कोई शिकायत की।
पार्षद:-नगर निगम में इसकी शिकायत कई बार की जा चुकी हैं। लेकिन डेयरी संचालक कॉलोनी छोड़कर जाने को तैयार ही नहीं होते है। नगर निगम ने दो तीन बार चालान की भी कार्रवाइर्1 की है.
रिपोर्टर:-मोहल्ले में लोगों ने खुले में कूड़े के ढेर लगा दिया है।
पार्षद:-कुछ लोग ही है तो इधर उधर कूड़ा फेक देते हैं। वैसे तो कालोनी में कूड़ कहीं नजर नहीं आता हैं। जहां पर लोग ढेर लगा देते हैं उसे भी उठवा देते हैं।
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वार्ड बोलता है
कॉलोनी में बंदरों और आवारा कुत्तों के आतंक से छुटकारा मिलना चाहिए। बंदरों और आवारा कुत्तों के आतंक से कालोनी के लोग काफी परेशान हैं। इसकी काफी शिकायत नगर निगम में भी की गई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
शिवाजी शमर्ा व्यावसायी
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कॉलोनी में सफाई नायक दो दो तैनात कर दिए है, जिससे कालोनी की सफाई व्यवस्थ ध्वस्त हो रही है। कालोनी में एक ही सफाई नायक तैनात हो तो वह बंटवारा करने की बजाय पूरा वार्ड ठीक रखेगा। इससे सफाई व्यवस्था में भी सुध्ार होगा।
लक्ष्य पाण्डेय स्टूडेंट
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वार्ड में रोड पर अवैध कब्जे हटाए जाए, जिससे रोड किनारे बने अधूरे नाले भी पूरे हो सके। इसके लिए नगर निगम को भी अतिक्रमण करने वालों पर कार्रवाई करनी चाहिए। कब्जा करने वालों के अतिक्रमण तोड़कर अधूरा निर्माण पूरा कराए।
बिमलेश सिंह हाउसवाइफ
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कॉलोनी में मेन-मेन प्वाइंट पर सोलर लाइट लग जाए तो रात में रौशनी की व्यवस्था अच्छी हो जाएगी। सोलर लाइट लगने से बिजली की खपत भी कम होगी जिससे पब्लिक और सरकार दोनों को फायदा होगा।
उमेश पाल सिंह
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हक और हकीकत
साफ और गड्ढे मुक्त सड़के
गड्ढा मुक्त सड़कें और हरे भरे साफ सुन्दर पार्क पॉश कॉलोनी की पहचान है। कॉलोनी में छोटे बडे़ करीब 48 पार्क हैं, जिसमें से सभी पार्को में नगर निगम ने रौशनी, झूले और हरियाली की भरपूर व्यवस्था है। नगर निगम ने पार्को का सौन्दर्यीकरण कर उनमें सुधार भी कराया है, जिससे शाम को पार्क में घूमने वालों को काफी सुकून भी महसूस होता है।
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रोड पर भैंसों का आतंक
कॉलोनी में करीब पांच डेयरी चल रही है। सभी डेयरी में बड़ी संख्या में भैंसे हैं। डेयरी संचालक सुबह को भैंस लेकर डेलापीर तालाब में ले जाते हैं और दोपहर को वह वापस लाते हैं। इस दौरान आने जाने के समय करीब तीस मिनट तक रोड पर जाम लग जाता है। कभी कोई जल्द में रोड से निकलने की कोशिश भी करता है तो रोड से निकलने वाली भैंसे उसके कपड़ों को खराब कर देती हैं। या फिर कई बार लोग एक्सीडेंट का शिकार हो जाते हैं।
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तालाब पर अवैध कब्जा
डेलापीर तालाब पर करीब एक माह से अवैध कब्जा चल रहा है। इसके बाद जब तक जिम्मेदार लोग जागे तब तक तो कब्जेदारों ने बाउंड्री खड़ी कर दी। स्थानीय पार्षद ने इसका विरोध करते हुए नगर निगम से भी शिकायत की लेकिन अवैध निर्माण नहीं रूका। तंग आकर पार्षद ने इसकी शिकायत डीएम से की तब डीएम ने मामला संज्ञान में आने पर अवैध निर्माण को रूकवा दिया, लेकिन अवैध रूप से किए गए निर्माण को तोड़ा नहीं गया।
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रोड किनारे अतिक्रमण
रोड किनारे कॉलोनी में दुकानदारों और स्थानीय निवासियों ने अतिक्रमण कर रखा है। झूले लाल द्वार रोड पर तो लोगों ने अतिक्रमण कर नाली को ही बंद कर दिया है, जिससे पानी का निकास नहीं हो पाता है। सबसे अधिक दिक्कत तो बारिश के मौसम में हो जाती है। जब बारिश के पानी का निकास नहीं हो पाता है तो रोड और कॉलोनी में जलभराव की समस्या बढ़ जाती है। अवैध अतिक्रमण करने वालों के अवैध कब्जे न हटाए जाने से भी समस्या बढ़ गई है।
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कूड़े से अटी नालियां
कॉलोनी में बनी नालियों में ही लोगों ने अपने घरों की सफाई कर निकला कूड़ा डालना शुरू कर दिया है, जिससे नालियां पूरी तरह से कूड़े से अट चुकी हैं। नगर निगम ने नालियां कई बार साफ भी कराई थी, लेकिन उसमें स्थानीय लोगों ने फिर से कूड़ा डालकर चोक कर दिया, जिससे नालियों से पानी का निकास नहीं हो पा रहा है। ऐसे में नाली का पानी निकास नहीं होने से रोड पर ही जलभराव की समस्या की वजह बन रहा है।