- नगर निगम सभी नालों की कराएगा तली झाड़ सफाई, तब होगा भुगतान

- जून तक होनी थी नालों की सफाई, 80 फीसद नाला सफाई का दावा

जागरण संवाददाता, बरेली : एक बार फिर बारिश ने नाला सफाई का सच सामने ला दिया है। बारिश के बाद शहर की प्रमुख सड़कों के साथ ही निचले इलाकों में जलभराव हो गया। सड़कों से तो पानी कुछ समय में निकल गया, लेकिन निचलों मुहल्लों में समस्या बनी रही। जून तक होने वाली नालों की सफाई का अभियान अब सितंबर तक के लिए कर दिया गया है। इसके बाद ही सफाई का भुगतान निगम करेगा।

नगर निगम शहर के बीस बड़े नालों की सफाई ठेके पर करवा रहा है। अधिकारियों का दावा है कि करीब 80 फीसद नालों को साफ कराया जा चुका है। इस बार पहले सच् अच्छी सफाई हुई है। नालों में कूड़ा-कचरा नहीं दिखाई दे रहा है, लेकिन वहां सिल्ट की मोटी परत दिखाई दे रही है। कई जगह नाले से सिल्ट निकालने के बाद किनारे पर छोड़ दी गई जो बारिश में दोबारा नाले में चली गई। नालों पर अवैध कब्जों के चलते उनकी ठीक से सफाई नहीं हो पा रही है। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि नालों की सफाई का काम जून तक पूरा करना था, लेकिन बारिश के चलते इस अभियान को सितंबर तक बढ़ा दिया गया है। नालों की तली झाड़ सफाई कराई जाएगी। शनिवार को दिन भर हुई बारिश से संजयनगर, हजियापुर, दुर्गानगर, सुभाषनगर, पुराना शहर, नेकपुर, शांति विहार समेत तमाम मुहल्लों में जलभराव हो गया। रामपुर गार्डन, राजेंद्र नगर, पुराने शहर में मदीना शाह इमामबाड़ा, रोहली टोला, अब्बास नगर में सड़कों पर पानी भर गया। वहां से कुछ देर में पानी निकल गया। पर्यावरण अभियंता संजीव प्रधान ने बताया कि शहर में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नालों की सफाई का काम सितंबर तक कर दिया है। नालों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। नालों की तली झाड़ सफाई के बाद ही ठेकेदारों को भुगतान किया जाएगा।