बरेली। विंटर सीजन में मौसम का मिजाज यूं तो मकर संक्रांति पर सूर्य के उत्तरायण होने के साथ ही बदलने लगता था, पर इस बार फरवरी के स्टार्टिग तक मौसम का यह मिजाज खासा तल्ख रहा। इन दिनों में कोहरे के साथ ही शीतलहर के प्रकोप ने कई सालों के रिकार्ड ध्वस्त किए। मौसम की यह बेरुखी सभी प्राणियों पर भारी पड़ी। कड़ाके की यह ठंड तो ब‌र्ड्स के लिए जानलेवा तक साबित हुई। अब मौसम का मिजाज कुछ बदला है। फ्राइडे को मौसम पूरी तरह साफ रहा और दिन में धूप भी तेज रही। इससे लोगों को ठंड से खासी राहत मिली।

रात पड़ी बौछार के बाद लौटी बहार

मौसम विभाग का बारिश का पूर्वानुमान तब सही साबित हुआ जब थर्सडे लेट नाइट गरज, चमक के साथ हल्की बौछार पड़ी। इससे पहले दिन में भी आसमान बादलों से घिरा रहा और सूरज भी इनकी ओट में छुपा रहा। इस दौरान कभी हल्की बूंदाबांदी भी हुई। रात दस बजे के करीब तो तेज हवाएं चली और इसके साथ ही हल्की बौछार भी पड़ी। इसके बाद देर रात बारिश भी हुई। बारिश के चलते वातावरण में छाई धुंध और धूल की परत भी साफ हो गई। इससे फ्राइडे को वातावरण के साथ ही आसमान भी पूरी तरह क्लीन दिखाई दिया। इससे पूरे दिन धूप खिली रही और टेंप्रेचर भी नार्मल से अधिक रहा। इसके चलते ही ठंड भी बेअसर सी लगने लगी।