बरेली:

शहर में दिन व दिन कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है। संक्रमण रोकने के लिए शासन से प्रशासन तक प्रयास भी कर रहा है। शहर के संक्रमित एरिया को सील किया जा रहा है, जिस एरिया में अधिक केसेस हैं वहां पर क्लस्टर भी बनाए जा रहे हैं। बात जिले की करें तो जिले में 39 क्लस्टर जोन थे जो अब बढ़कर 40 तक पहुंच गए हैं। क्लस्टर जोन एरिया को सील इसीलिए किया गया ताकि उस एरिया में रहने वाले सभी परिवारों की संक्रमण की जांच हो सके। इसके बाद भी संक्रमित जोन एरिया हो या क्लस्टर जोन, लोग सीलिंग एरिया से निकलकर आसानी से मार्केट में आ जा रहे हैं। ऐसे में संक्रमण रुकने की जगह और बढ़ता जा रहा है। सवाल उठता है कि इसके लिए आखिर जिम्मेदार कौनजिला प्रशासन या फिर पब्लिक। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने इसकी हकीकत जानने के लिए शहर के क्लस्टर जोन एरिया का रियलिटी चेक किया, तो हकीकत चौकाने वाली निकली। आइए बताते हैं आपको शहर की सील किए गए एरिया और क्लस्टर जोन की हकीकत

झूलेलाल द्वारदोपहर 12 बजे

शहर के डेलापीर स्थित झूलेलाल द्वार एरिया को पुलिस ने बल्ली लगाकर सील कर दिया है। एरिया सील कर पुलिस प्रशासन ने अपना काम तो पूरा कर दिया। यहां पर पुलिस की भी डयूटी थी लेकिन जिसे झूले लाल द्वार के अंदर जाना था वह अपना वाहन बैरियर के पास खड़ा करके पैदल बेरोकटोक आ-जा रहा था। इसमें जरूरतमंद ही नहीं कई ऐसे लोग भी थे जो घूमने के लिए भी निकल रहे थे।

शहीद चौक मॉडल रोड राजेन्द्र नगर

शहीद चौक से राजेन्द्र नगर चौराहा जाने वाली मॉडल रोड भी प्रशासन ने सील करा दी है। यहां करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मी भी ड़्यूटी पर लगे हैं। लेकिन इस मॉडल रोड को तो पुलिस ने बेरिकेडिंग लगाकर सील कर दिया है जबकि साइड से बनी दोनों रोड पर वाहन आ और जा रहे हैं। जिन्हें कोई रोकने वाला नहीं है।

बड़ा बाजार

शहर का सबसे व्यस्तम एरिया और मेन बाजार में कोरोना संक्रमित मिलने के बाद मार्केट के व्यापारियों ने खुद पहल करते हुए मार्केट कुछ दिनों के लिए बंद कर दी है। लेकिन प्रशासन ने जिन रोड पर संक्रमित मिले हैं वह सील कर दिए हैं। बड़ा बाजार एरिया से पुलिस ने रोड तो सील कर दिए लेकिन रोड से निकलने वालों को देखकर नहीं लगता है कि यह संक्रमित जोन है।

बलवंत सिंह मार्ग डाकघर के पास वाली रोड

हेड पोस्ट ऑफिस के बगल में सरदार बलवंत सिंह मार्ग के आसपास एरिया में भी कोरोना संक्रमित मिलने से रोड को दोनों तरफ से सील कर दिया गया है। इस रोड पर पुलिस ने सीलिंग के नाम पर सिर्फ बेरिकेडिंग लगाई है जबकि किसी पुलिस कर्मी की ड्यूटी नहीं। जिसके चलते इस रोड से निकलने वालों ने बेरिकेडिंग को ही उठाकर एक तरफ कर दिया है और रोड से निकलने के लिए रास्ता खुद ही ओपन कर लिया। जबकि इस रोड के बगल में ही एडीजी का ऑफिस है।

आखिर कार्रवाई क्यों नहीं

जिस एरिया में अधिक पेशेंट मिल रहे हैं पुलिस ने उस एरिया को क्लस्टर बनाया है लेकिन इसके बाद भी लोग उस एरिया में आवाजाही पर रोक नहीं लगा रहे हैं। इतना ही नहीं ड्यूटी पर लगी पुलिस भी लोगों को नहीं रोक रही है। ऐसे में क्लस्टर बनाने का फायदा ही क्या।