-रोडवेज में फुटकर रुपयों के नाम पर यात्रियों को चूना लगा रहे कंडक्टर

-ईटीएम खराबी की बहाना कर मैनुअल टिकट काट रहें हैं रोडवेज कंडक्टर

बरेली : रोडवेज बसों में फुटकर रुपयों के नाम पर बस परिचालक यात्रियों को रोजाना चूना लगा रहे हैं। लंबे रूट के परिचालकों को ऐसे में एक दिन में पांच सौ रुपये तक की आसानी से आमदनी हो रही है। टिकट देने के दौरान यात्रियों की पर्ची के पीछे रुपये लिख देते हैं परिचालक। जबकि यात्री द्वारा कई बार मांगे जाने पर भी रुपये देने को परिचालक तैयार नहीं होते हैं। पूछे जाने पर छुट्टे पैसों का रुपया न होने की बात कहकर टरका देते हैं.रोडवेज बसों में यात्रा करने से पहले यात्रियों को थोड़ा सा सावधान रहने की जरूरत है। दरअसल, यात्रियों को कंडक्टर ईटीएम (इलेक्ट्रिक टिक¨टग मशीन) खराब होने की बात कहते हुए मैनुअल टिकट बनाने का काम कर रहे हैं। बनाई जाने वाली इस टिकट में न तो स्पष्ट रूप से डिटेल भरने का काम किया जाता है और न ही गाड़ी का नंबर आदि की जानकारी दी जाती है।

स्पेयर तो दूर प्रत्येक गाड़ी के लिए नहीं है ईटीएम

परिवहन निगम के बरेली व रुहेलखंड डिपो में ईटीएम की कमी है। जिसका लाभ विभिन्न रुटों को जाने वाली बसों के कंडक्टर उठा रहे हैं। दोनों ही डिपों में आधे से ज्यादा ईटीएम खराब पड़ी हुई है। ऐसे में बस कंडक्टर मैनुअल टिकटों का इस्तेमाल कर रहे हैं। लंबे रुट की बसों पर यात्रियों से अधिक किराया लेते हुए कम की टिकट दी जा रही है। वैसे नियमों की बात करें तो प्रत्येक डिपों में बसों की उपलब्धता से 25 प्रतिशत अधिक ईटीएम का प्रावधान है। लेकिन जनपद के दोनों डिपों में इसकी कमी है।

एक नजर ईटीएम पर

डिपो - बस - कुल मशीनें - सही मशीनें - खराब मशीनें

बरेली - 201 - 414 - 150 - 250

रुहेलखंड - 201 - 400 - 90 - 265

कासगंज से बरेली आया था। बस अड्डे पर उतरा जब रुपयों की याद आयी तो बस गायब हो गई थी। मैनुअल टिकट परिचालक ने दी थी। जिसमें पीछे रुपये लिखे थे। वैसे तो केवल 27 रुपये थे, लेकिन मेरे जैसे 10यात्रियों का रुपया था। जिसे परिचालक ने वापस नहीं किया। - राजेश गुप्ता, यात्री

बदायूं से रोजाना अपडाउन करता हूं। बरेली के एक कालेज से बीकॉम कर रहा हूं, जिसकी क्लासेज लेने आता हूं। कई बार खुले रुपये न होने पर परिचालक ने टिकट के पीछे रुपये तो लिख दिए, लेकिन मांगने पर बाद में देने की बात कही जाती है। ऐसे में कई बार यात्री बिना रुपये लिए बस से उतर भी जाता है। - निशांत, यात्री

दो बार बस में परिचालक ने रुपये वापस नहीं किए। तब से बैठने से पहले ही फुटकर रुपये लेकर जितने की टिकट होती है उतने ही देता हूं। - रामदीन, यात्री

शासन से जल्द ही नई ईटीएम का टेंडर किसी कंपनी को होना है। टेंडर होते ही मशीनों की दिक्कत पूरी तरह से दूर हो जाएगी। आने वाली मशीन एंड्रायड है। जिसमें सभी डेबिड व क्रेडिट कार्ड से भुगतान किया जा सकेगा। - भुवनेश्वर कुमार, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक रुहेलखंड डिपो