व‌र्ल्ड डे ऑफ रिमेम्बरेंस फॉर रोड ट्रैफिक विक्टिम

-रोड एक्सीडेंट के चौंकाने वाले आंकड़े आए सामने,

-हादसों में हर रोज एक से अधिक गवां रहे जान

BAREILLY: सड़कों पर तेज स्पीड में दौड़ती गाडि़यां तो अच्छी लगती हैं, लेकिन गाडि़यों की ये तेज स्पीड हंसती-खिलखिलाती जिंदगी पर ब्रेक लगा रही है। ज्यादातर लापरवाही में तो कुछ खराब सड़कों पर रोड एक्सीडेंट में अपनी जान गवां रहे हैं। बदतर हालत तो उनकी हो जो जख्मी होकर जिंदगी से जूझ रहे हैं। संडे को व‌र्ल्ड डे ऑफ रिमेम्बरेंस फॉर रोड ट्रैफिक विक्टिम्स के मौके पर बरेली में रोड एक्सीडेंट से हुई मौतों के ये चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए। इस साल अक्टूबर तक 305 दिनों में 415 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए संडे को आरटीओ व ट्रैफिक पुलिस ने स्टेडियम से मैराथन और कैंडल मार्च का आयोजन किया गया। कई अन्य संस्थाओं ने भी इस दिन अलग-अलग प्रोग्राम आयाेजित किए।

अक्टूबर तक 885 हादसे

ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों पर नजर डालें तो अक्टूबर माह तक 885 हादसे हो चुके हैं, जो पिछले साल से कहीं अधिक है। वर्ष 2015 में पूरे साल में कुल 877 हादसे हुए थे, जबकि वर्ष 2014 में एक्सीडेंट की संख्या 803 ही थी। यही नहीं मौत और घायलों के आंकड़ों में भी काफी अंतर रहा है, जहां वर्ष 2015 में 310 और वर्ष 2014 में 330 लोगों ने रोड एक्सीडेंट में अपनी जान गंवाई थी।

ीगर स्पीक

वर्ष एक्सीडेंट डेथ इंजर्ड

2016 885 415 725 (31 अक्टूबर 2016 तक)

2015 877 310 609

2014 803 330 493

पैदल मार्च व कैंडल मार्च का आयोजन

ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ द्वारा व‌र्ल्ड डे ऑफ रिमेम्बरेंस फॉर रोड ट्रैफिक विक्टिम्स पर पैदल मार्च व कैंडल मार्च का आयोजन किया गया। पैदल मार्च सुबह स्टेडियम से शुरू होकर सब्जी मंडी होते हुए वापस स्टेडियम में खत्म हुआ। वहीं शाम के वक्त अयूब खां चौराहा पर कैंडल मार्च निकाला गया। इसमें ऑटो ड्राइवर व ट्रांसपोर्टर्स शामिल हुए। प्रोग्राम में आरटीओ आरआर सोनी, एसपी ट्रैफिक ओपी यादव, टीएसआई मनोज पटेल व अन्य आरटीओ ऑफिस व ट्रैफिक के अधिकारी मौजूद रहे।

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नोटबंदी के बावजूद ट्रैफिक रूल्स बे्रकर्स को नहीं मिलेगी माफी

नोटबंदी के चलते ट्रैफिक पुलिस का एक्शन धीमा पड़ गया था। इसके अलावा पहले दिवाली व भैया दूज की छुट्टी, फिर गंगा स्नान और सीएम के प्रोग्राम के चलते करीब 10 दिन भी कोई सख्त अभियान नहीं चल सका। अब ट्रैफिक पुलिस ने रूल्स ब्रेकर्स को माफी न देने का मन बना लिया है। अब सभी के खिलाफ सख्त अभियान चलाया जाएगा। चेकिंग के दौरान यदि कोई जुर्माना भर देता है तो ठीक है नहीं तो उसका चालान काटा जाएगा। इसके अलावा शासन के निर्देशों के तहत यातायात माह में डीएल जब्त करने का अभियान भी तेजी से चलाया जाएगा।