बरेली(ब्यूरो)। बीते कुछ वर्षों में चोरी और लूट की वारदातों में ज्यादातर युवाओं का रोल सामने आया है। पुलिस ने एक दर्जन से ज्यादा यंग क्रिमिनल्स को अरेस्ट किया है। इनमें कई तो ऐसे हैं जो हाईस्कूल या इंटरमीडिएट के छात्र थे। अधिकांश केसेज में सामने आया कि महंगे शौक, मौज मस्ती और लग्जरी लाइफ जीने के लिए उन्होंने क्राइम का रास्ता चुना और अपराधी बन गए। प्रेमनगर थाना क्षेत्र के कार बाजार स्वामी के घर सात मार्च की रात हुई चोरी भी दो छात्रों ने ही की थी। पुलिस ने शुक्रवार को दोनों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि महंगे शौक पूरे करने के लिए उन्होंने चोरी की थी। वहीं मात्र 18 दिन में दोनों ने चोरी की गई नकदी से करीब एक लाख रुपए खर्च भी कर डाले। आप अंदाजा लगा सकते हैं कि 18 दिन में एक लाख रुपए खर्च कर दिए तो उनके शौक कितने महंगे होंगे।

घर से नहीं मिले पैसे तो की चोरी
प्रेमनगर थाने के पास निवासी बृजेश कुमार गुप्ता कार बाजार का काम करते हैं। सात मार्च की रात दो चोरों ने उनके बंद मकान का ताला तोडक़र उनकी लाइसेंसी रिवॉल्वर, करीब तीन लाख रुपए की नकदी और जेवरात पर हाथ साफ कर दिया था। चोरी करते समय दोनों आरोपी घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे। गुरुवार की देर रात पुलिस ने कुदेशिया अंडरपास स्थित आरपीएफ लाइन के पास चेकिंग के दौरान सुभाषनगर पटेल बिहार करगैना निवासी अमन उर्फ विकास और बीडीए कॉलोनी करगैना निवासी आर्यन को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपितों से लाइसेंसी रिवॉल्वर, 2.4 लाख रुपए की नकदी और जेवर बरामद कर लिए।

दिखाने लगे टशन
दोनों आरेापियों ने पूछताछ में बताया कि दोनों बेरोजगार है और घर से पैसे नहीं मिलते थे इसलिए दोनों मंहगे शौक पूरे करने के लिए चोरी करते थे। अमन 10वीं फेल तो आर्यन ने इस वर्ष 12वीं की परीक्षा दी है। चोरी करने के बाद से ही दोनों के हावभाव पूरी तरह बदल गए थे। महंगे कपड़े और दोस्तों में मोटा खर्च करने के साथ ही आरोपियों ने टशन दिखाना शुरू कर दिया था। यही वजह है कि दोनों ने रिवाल्वर से करीब 30 राउंड फायरिंग किए हैं। दोनों के पास से तीस कारतूस के खोखे भी मिले हैं।

बोले अधिकारी
आरोपितों ने महंगे शौक पूरे करने के लिए कार बाजार स्वामी के घर से रिवाल्वर, जेवर समेत नकदी चोरी की थी। दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर चोरी की नकदी, जेवर समेत रिवाल्वर और 30 खाली कारतूस बरामद की है। दोनों को जेल भेज दिया गया।
राहुल भाटी, एसपी सिटी


कुछ मामलों पर एक नजर

केस-1:
बचपन के चार दोस्त बने चोर
वर्ष 2022 में बारादरी पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान इज्जतनगर के मठ लक्ष्मीपुर निवासी नरेन्द्र, शुभम व मोहित समेत बसंत बिहार फेस 2 के प्रियांशु को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में युवकों ने बताया कि चारों बचपन के दोस्त थे और उनके शौक काफी महंगे थे। इसी कारण वे दूसरे शहरों में बाइक व मोबाइल स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम देते थे। पुलिस ने उनके पास से पांच महंगी मोटर साइकिल, 11 मोबाइल, चार तमंचे व कारतूस बरामद किए थे।

केस 2
गैंग बना कर करने लगे थे चोरी
वर्ष 2020 में शीशगढ़ पुलिस ने चोरों के एक गैंग का खुलासा था। ये गैंग महंगे शौक पूरे करने के लिए यूपी से लेकर उत्तराखंड तक मोबाइल चोरी व लूट कर उन्हें औने-पौने दामों में बेच देते थे। मुठभड़ के दौरान गैंग के पांच सदस्यों को अरेस्ट कर खुलासा किया था। पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि उनका पढ़ाई में मन लगता था। जिसके चलते उन्होंनें पढ़ाई छोडक़र गैंग बनाकर चोरी की वारदातें शुरू कर दी थी। पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया था।

केस-3
प्रेमिका की डिमांड पर बन गया वाहन चोर
वर्ष 2022 में पुलिस ने एक वाहन चोर को अरेस्ट कर जेल भेजा था। पुलिस को पूछताछ के दौरान उसने बताया था कि उसकी प्रेमिका ने डिमांड की थी कि यदि वह बाइक लेले तो उसके साथ शादी कर लेगी। जिस पर उसने एक बाइक चोरी की और लेकर प्रेमिका के पास पहुंच गया। चोरी की बाइक से प्रेमिका को लेकर घुमाने के लिए निकला तो पुलिस ने चेकिंग के दौरान उसे दबोच लिया।