-दो बार की जांच में तीन जेल कर्मचारियों सहित 140 पॉजिटिव

-संक्रमण रोकने को बंद है मुलाकात, बढ़ाई गई बंदियों की सुविधाएं

जेल के बाहर दहशत फैलाकर पब्लिक का सुख-चैन लूटने वाले शातिर बदमाश कोरोना से सहम उठे हैं। जेल में कोरोना संक्रमण फैलने से कुख्यातों की हालत खराब है। दो दिनों की जांच में डिप्टी जेलर, दो बंदी रक्षक और बंदियों सहित 143 पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। प्रभावित हुए सभी लोगों को आइसोलेट कर दिया गया है। कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर जेल प्रशासन समुचित कदम उठा रहा है। जेल अधिकारियों का कहना है कि बंदियों की सेहत का ख्याल रखते हुए उन्हें पूरी व्यवस्था दी जा रही है। कोरोना संक्रमण के कारण मुलाकात ठप रहेगी।

खांसी आई, सर्दी हुआ, जांच में निकला कोरोना

जेल के भीतर बंदियों को कई दिनों से सर्दी, खांसी और जुकाम की शिकायत मिल रही थी। इसलिए बंदी जेल प्रशासन पर कोरोना की जांच कराने का दबाव बनाने लगे। शुक्रवार को दो डॉक्टर्स ने जेल में बंदियों और कर्मचारियों का एंटीजन टेस्ट किया। जांच में पाया गया कि बंदियों को कोरोना ने संक्रमित कर दिया है। जेल अधिकारी भी चपेट में आ गए। शनिवार को भी बंदियों की जांच कराई गई। दो दिनों की जांच में कुल 140 लोग प्रभावित पाए गए। इसके बाद से जेल के बंदियों में हड़कंप मचा है। संक्त्रमण फैलने को लेकर बंदी काफी परेशान हैं। जेल के बाहर दहशत फैलाकर पब्लिक को डराने वाले कुछ कुख्यात खुद सहम उठे हैं।

मिलेनियम बैरक में हुए आइसोलेट

बंदियों के बीच कोरोना संक्रमण फैलने पर जेल के डॉक्टर्स ने मुस्तैदी बढ़ा दी है। बंदियों की नियमित जांच कराई जा रही है। उनके भोजन-पानी और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए काढ़ा सहित अन्य उपाय भी अपनाए जा रहे हैं। आवश्यक दवाओं का वितरण भी किया जा रहा है। जेल अधिकारियों का कहना है कि पॉजिटिव पाए गए बंदियों को मिलेनियम बैरक में रखा गया है। जेल कर्मचारी अपने घरों में आइसोलेट हो गए हैं। जेल में रेडियो के जरिए बंदियों को साबुन से 20 सेकेंड तक हाथ धोने सहित अन्य सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। जेल में 17 सौ बंदी हैं। जबकि, जेल की कुल क्षमता 826 है।

बंदी संख्या

पुरुष बंदी 1454

महिला बंदी 93

बाल अपचारी 84

अल्प व्यस्क 86

विदेशी बंदी 06

अस्थाई जेल 112

जेल में कोरोना पर उठे सवाल

-लॉकडाउन के बाद से ही जेल में मुलाकात सेवा ठप है तो कोरोना कैसे पहुंचा।

-कोर्ट में बंदियों की आवाजाही भी बंद है तो कैसे हुआ कोरोना।

-जेल में क्या सरकार की गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया।

-बाहर से आने वाले सामान या आदमी को ठीक से सेनिटाइज नहीं किया गया।

-लोगों को जागरूक करने वाली पुलिस क्या अपने कायदे-कानून भूल गई।

जेल में एंटीजन टेस्ट कराया गया था। जांच में जिनको पॉजिटिव पाया गया है। उनके लिए अलग व्यवस्था की गई है। संक्रमण को रोकने के लिए पूरी सावधानी बरती जा रही है। सभी को आइसोलेट कर दवा के साथ-साथ उनके खान-पान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

डॉ। रामधनी, प्रभारी डीआईजी