गोरखपुर (ब्यूरो).नगर निगम के डिप्टी मेयर ऋषि मोहन वर्मा ने जॉब फेयर का फीता काटकर इनॉगरेशन किया। आईटीआई जॉब फेयर में देश की दिग्गज कंपनी एलएनटी व अशोक लेलैंड समेत 24 कंपनियां पहुंचीं। इसमे गुजरात, रुद्रपुर और गोरखपुर की कंपनियां शामिल रहीं। आईटीआई में न्यू बिल्डिंग के 15 कमरों में कंपनियों का स्टाल लगाया गया था। जहां पर कंपनियों के इम्प्लाई इंटरव्यू ले रहे थे।

आस-पास के जिलों से पहुंचे कैंडिडेट

सुबह दस बजे आईटीआई में लगे जॉब फेयर में इंटरव्यू शुरू हो गए। एक कमरे में तीन-तीन कंपनियों ने स्टॉल लगाया था। वहीं कमरे के बाहर कंपनी की अनिवार्य शर्तें और सैलरी पदनाम चस्पा किया गया था। जिसे देखकर कैंडिडेट अंदर जा रहे थे। जॉब फेयर में गोरखपुर शहर, देवरिया, खोराबार, सहजनवां, खजनी, महाराजगंज से भी युवक-युवतियां रोजगार पाने की आस में पहुंचे।

लोकल जॉब को प्रियारिटी

जॉब फेयर में आए युवक-युवतियों से दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम ने बात की। अधिकतर लोगों की जॉब के लिए पहली पंसद गोरखपुर बताया। वहीं कई ऐसे लोग थे जो बाहर जाने के लिए भी तैयार थे। इसमे युवतियां बाहर की कंपनियों से दूरी बनाती दिखीं। वे केवल गोरखपुर में जॉब पाने के लिए यहां की कंपनियों में आवेदन किया। इसमे भी अधिकतर युवतियां कम्प्युटर ऑपरेटर की जॉब के लिए आवेदन किया था। सेल्स में बहुत कम युवतियों ने इंट्रेस्ट दिखाया।

चुभती है बेरोजगारी

जॉब फेयर में आए दिव्य रंजन ने बताया कि 10 साल से जॉब खोज रहा हूं, लेकिन नौकरी नहीं मिली। पहले तो शादी नहीं हुई थी तो पता नहीं चलता था लेकिन जब से मैरिड हो गया तबसे बेरोजगारी चुभने लगी है। इसी तरह कानपुर से आए युवक ने बताया कि कानपुर में वो जॉब करता था। कोरोना में जॉब चली गई। दो साल बीत गए अभी तक नौकरी नहीं मिली। कई जगह ट्राई किया अब यहां भी इंटरव्यू देने आया हूं। इसी तरह आईटीआई कर चुकीं युवतियों ने बताया कि उन्हें अभी एक्सपीरियंस नहीं है, वो पहली बार इंटरव्यू देने आई हैं।

कंपनियों ने लिया इंटरव्यू- 24

शामिल हुए कैंडिडेट- 3962

सेलेक्ट हुए कैंडिडेट- 1406

युवक - 3300

युवती- 662

गुजरात में बाउंसर के लिए अप्लाई किया है। देखिए होता है या नहीं। यहां अच्छा पैसा नहीं मिलता। जबकि बाहर अच्छी सैलरी मिलती है।

अभिषेक उपाध्याय, कैंडिडेट

मैं काफी दिनों से रोजगार की तलाश में हूं। पुलिस की भर्ती भी देखी है। अभी तक कहीं नौकरी नहीं मिली। गुजरात की कंपनी के लिए प्रयास कर रहा हूं।

रितिक कुमार, कैंडिडेट

चार साल से जॉब के लिए ट्राई कर रही हूं। मैं अपने शहर में ही जॉब खोज रही हूं। मिल जाएगी तो ठीक है नहीं तो फिर कहीं जाकर ट्राई किया जाएगा।

मनीषा सिंह, कैंडिडेट

जॉब फेयर के बारे में पता चला तो एक उम्मीद जगी। सारे डॉक्यूमेंट लेकर आई हूं। यहां मेरा फस्र्ट टाइम इंटरव्यू होगा। इससे मेरा एक्सपीरियंस भी बढ़ेगा।

रत्नप्रिया सिंह, कैंडिडेट

कुल 1406 कैंडिडेट सेलेक्ट हुए हैं। जिन कैंडिडेट को ऑफर लेटर तैयार हो गया था, उन्हें जॉब फेयर में ही दे दिया गया। कई कैंडिडेट को मैसेज करके बुलाया जाएगा।

सत्यकांत, प्रिंसिपल आईटीआई