- सुसाइड की घटनाओं ने बढ़ाई पुलिस की टेंशन

- डिप्रेशन के कारण लोगों ने चुनी अपनी मौत की राह

GORAKHPUR: कोरोना संक्रमण ने लोगों के भीतर डिप्रेशन बढ़ा दिया है। इसलिए सुसाइड की घटनाओं को लेकर पुलिस टेंशन में है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किसी को बीमारी का डर सता रहा तो किसी को अन्य तरह की समस्या नजर आ रही। लॉकडाउन शुरू होने से लेकर 31 मई तक करीब 35 मामले सामने आए थे। साइकोलॉजिस्ट का कहना है कि लॉकडाउन से लेकर अभी तक की परिस्थितियों में लोगों की टेंशन बढ़ी है। परिवार में झगड़े से लेकर कारोबार तक की चिंता लोगों को सता रही। ऐसे में पॉजिटिव एनर्जी से डिप्रेशन को खत्म किया जा सकता है।

औसतन 15 लोगों ने किया सुसाइड

जिले में लॉकडाउन के दौरान अचानक ही सुसाइड के मामले बढ़ गए थे। फंदा लगाने से लेकर आग लगाकर खुदकुशी करने के मामले सामने आए। पुलिस कर्मचारियों का कहना है कि अप्रैल और मई माह में सुसाइड का आंकड़ा औसतन 15 पहुंच गया था। लॉकडाउन शुरू होने से लेकर मई माह के अंत तक करीब 35 लोगों ने आत्महत्या की है। इनमें कुछ ने घरेलू कलह की वजह से जान दी तो कुछ ने जिद और चिड़चिड़ेपन में अपनी मौत का रास्ता चुना। अनलॉक वन में आत्महत्या के मामले कम हुए हैं।

इन बातों पर जरूर दें ध्यान

- डिप्रेशन के शिकार लोगों को एंजाइटी होने लगती है, छोटी-छोटी बातों पर पैनिक करना या फिर अचानक से निराश हो जाना इस बीमारी का लक्षण है।

- बहुत ज्यादा थकान रहना या फिर जरा काम करने से थकान होना भी डिप्रेशन होने का लक्षण है, काम पर फोकस न कर पाना भी इसका लक्षण है।

- किसी बात के लिए बहुत ज्यादा पछतावा होना, निराश महसूस करना और आत्मग्लानि होना भी डिप्रेशन का लक्षण है।

- डिप्रेशन में लोगों का बिहेवियर अजीब सा हो जाता है। लोग छोटी-छोटी बात पर परेशान होने लगते हैं। किसी की बात पर विश्वास न करना भी डिप्रेशन का लक्षण है।

- अचानक वजन बढ़े या घटे तो ध्यान दें। हो सकता है ये डिप्रेशन के कारण हो रहा हो। इसके अलावा नींद ना आना, रात को सोते-सोते अचानक जग कर बैठ जाना सभी डिप्रेशन के लक्षण हैं। चिड़चिड़ापन भी इसका शुरुआती संकेत है।

- सुसाइड का ख्याल आने लगना, अकेले होने पर जीने की इच्छा न होने या फिर सुसाइड करने के तरीके ध्यान में आना भी डिप्रेशन है।

इन घटनाओं की रही चर्चा

5 जून 2020: क्वारंटीन किए गए युवक ने फंदे से झूलकर जान दे दी। पिपराइच एरिया के मुड़ेरी गढ़वा में हुई घटना।

07 मई 2020: सूदखोरों से आजिज आकर शाहपुर एरिया के फेमस स्कूल के सुपरवाइजर विश्वनाथ राय ने सुसाइड किया। लॉकडाउन में सूदखोरों के तगादे से वह परेशान थे।

4 मई 2020: पिपराइच एरिया के उनौला में महिला ने तीन बच्चों संग ट्रेन से कटकर जान दे दी। घर में विवाद के बाद महिला रेलवे ट्रैक पर पहुंच गई थी।

वर्जन

डिप्रेशन की वजह से लोग सुसाइड करते हैं। लोगों के भीतर हीन भावना, खुद को उपेक्षित समझने जैसे विचार जब मन में आने लगते हैं तो जिंदगी जीने की इच्छा खत्म होने लगती है। लॉक डाउन में ऐसी परिस्थितियां बनी थीं जिनकी वजह से लोग जान देने पर आमादा हो गए थे। एक सकारात्मक सोच विकसित करके ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है।

डॉ। धनंजय कुमार, साइकोलॉजी डिपार्टमेंट, डीडीयूजीयू