- कोविड-19 के दौर में एक अप्रैल से 20 सितंबर के बीच निकाले गए साढ़े दस करोड़

- गोरखपुर परिक्षेत्र के ईपीएफ सदस्यों ने केंद्र की योजना का लिया लाभ

- कोरोना वायरस काल में आíथक संकट झेल रहे निजी सेक्टर के एंप्लाइज को मिली राहत

GORAKHPUR: कोरोना वायरस ने जहां लोगों का चैन व सुकून छीना, तो वहीं हजारों की नौकरियां भी चली गईं। कुछ को पूरी तनख्वाह नहीं मिली, तो कुछ काफी कम सैलरी पर भी काम करने के लिए तैयार हो गए। गोरखपुर के ऐसे बेरोजगारों और पूरी सैलरी न पाने वालों के लिए कोविड-19 एडवांस स्कीम बड़ा सहारा बनी। लॉकडाउन की वजह से आíथक संकट झेल रहे परिक्षेत्र के 4984 एंप्लाईज को इसका सीधा फायदा मिला। उन्होंने अपने ईपीएफ अकाउंट में जमा रकम से अपना घर चलाया। इस पीरियड में ईपीएफओ से साढ़े दस करोड़ रुपए कोविड एडवांस स्कीम में निकाले गए हैं।

आर्थिक तंगी का हुए शिकार

22 मार्च से लॉकडाउन लगने के बाद प्राइवेट सेक्टर के फैक्ट्रियां बंद हो गई। ऐसे में कुछ संस्थानों के जिम्मेदारों ने एंप्लाइज के वेतन में कटौती करने की, जिससे एंप्लाइज के सामने आíथक संकट खड़ा हो गया। ऐसे समय में केंद्र सरकार ने एंप्लाईज के ईपीएफ अकाउंट में जमा रकम से निकासी के लिए कोविड-19 एडवांस योजना एक अप्रैल से लांच की, ताकि प्राइवेट सेक्टर के एंप्लाई अपने खर्चो की भरपाई इस रकम से कर सकें। इसका फायदा बड़ी तादाद में लोगों ने उठाया।

अकाउंट में एडवांस रकम क्रेडिट

केंद्र सरकार ने एंप्लाई भविष्य निधि संगठन को निर्देश दिए कि ऑनलाइन आवेदन प्राप्त होते ही एंप्लाइज के अकाउंट में एडवांस की रकम क्रेडिट कर दी जाए। इस योजना के तहत एंप्लाई को अपने ईपीएफ अकाउंट में जमा रकम 75 फीसदी या फिर तीन महीने के वेतन और डीए की रकम निकालने की सुविधा थी।

संकट में काम आया ईपीएफ की रकम

एक फाइनेंस कंपनी में काम करने वाले सिद्धार्थ मिश्र ने बताया कि लॉकडाउन होने के बाद कामकाज ठप हो गया। ऐसे में कंपनी से वेतन के साथ मिलने वाला इंसेटिव भी बंद हो गया। इस तरह 23-24 हजार रुपए वेतन के स्थान पर महज दस हजार रुपए ही मिल रहे हैं। ऐसे में ईपीएफ अकाउंट से रकम निकालने के लिए आनलाइन आवेदन किया। एक सप्ताह में पैसा अकाउंट में आ गया। इस रकम से अब तक काम चल रहा है। ईपीएफ अकाउंट में जमा रकम का संकट के समय सही प्रयोग हुआ। इस तरह संविदा में काम करने वाले मनोज ने बताया कि ईपीएफ की रकम से काफी राहत मिली है।

तीन दिन में नहीं पहुंचा पैसा

ईपीएफ के तकरीबन 500 एंप्लाई ने पिछले सप्ताह क्लेम सैटलमेंट कर अकाउंट से पैसा निकालने के लिए ऑनलाइन आवेदन किए। उनके मोबाइल पर पैसेंज भी आया। लेकिन तीन दिन बाद भी अकाउंट में रकम नहीं पहुंची। कमिश्नर ईपीफओ गोरखपुर परिक्षेत्र ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन करने वाले एंप्लाइज का डिटेल्स बैंक को समय से भेज दिए गए, लेकिन अचानक बैंक में तैनात कर्मचारी की डेथ होने की वजह से डाटा फीडिंग में थोडी देरी हुई। हालांकि बैंक से संपर्क कर डेटा फीडिंग के लिए अलग से कर्मचारी रख दिया गया है। ईपीएफ कर्मचारियों के एकाउंट में रकम भेजी जा रही है।

गोरखपुर परिक्षेत्र के प्राइवेट सेक्टर के 4984 एंप्लाईज ने कोविड-19 एडवांस योजना का लाभ लिया है। क्लेम सैटलमेंट कर करीब साढ़े दस करोड़ रुपए का अब तक पेमेंट किया जा चुका है।

मनीष मणि, कमिश्नर ईपीएफओ, गोरखपुर परिक्षेत्र