गोरखपुर (ब्यूरो)। खोराबार, नदुआ छावनी की सरिता ने पुलिस को सूचना दी। बताया कि बेलीपार के महाबीर छपरा निवासी रेखा ओर खोराबार के फुरसतपुर की रमावती से उनको जानकारी मिली कि नंदानगर दरगहिया की मीरा एम्स में सफाई कर्मी, वार्ड ब्वाय, कंप्यूटर आपरेटर और कैशियर की नौकरी लगवा रही है। रेखा और रमावती संग वह दो जुलाई को वह एक्स के बाहर नौकरी दिलवाने वाली मीरा से मिली। सरिता के साथ खोराबार, बडग़ो की मंजू, महावीर छपरा की राधिका भी थीं। मीरा ने उनको बताया कि वह एम्स में नौकरी करती है। वहां के अधिकारियों से उसके अच्छे संबंध हैं। उनसे बातचीत करके संविदा पर पोस्टिंग करा देगी। उसने सभी लोगों से एक लाख रुपए से लेकर डेढ़ लाख रुपए जमा करा लिए, लेकिन किसी को नौकरी नहीं दिलाई। रुपए मांगने पर वह टालमटोल करने लगी। उसने 16 दिसंबर तक नौकरी दिलाने का वादा किया था।

इनके साथ हुई ठगी की घटना

सरिता और उसके साथ 11 लोगों का एक लाख 47 हजार नकद और दो लाख 90 हजार

मंजू गौड़ और सात अन्य लोगों का 4.05 लाख,

राधिका गौड़ और आठ अन्य लोगों के 2.70 लाख,

मंजू शर्मा और उनके परिचित 12 लोगों के 4.20 लाख

लाल मोहम्मद ने अपने भाई महबूब अली के तीन लाख

बैजनाथ,मेनका,विमला, लक्ष्मण और अमन के 20-20 हजार रुपए

तहरीर के आधार पर केस दर्ज करके छानबीन किया जा रहा है। सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

- राहुल सिंह, एसएचओ, खोराबार