गोरखपुर (ब्यूरो)।नाराज जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स ने सीएम को पत्र देकर इसकी शिकायत की है। उनका आरोप है कि यह गलत हो रहा है और उन्हें पहले नोटिस नहीं मिली। जबकि कॉन्टै्रक्ट के हिसाब से अभी किसी की दो माह तो किसी की 6 माह की नौकरी बाकी है। जबकि अभी तक जॉब के दौरान उनकी ओर से कोई गलती नहीं की गई है।

कॉन्टै्रक्ट न बढ़ाने की बात

जानकारी के अनुसार 2 जून 2023 को डॉ। मनोज कुमार सौरभ द्वारा दिए गए लिखित आदेश में कहा गया है कि जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स का कॉन्टै्रक्ट अब नहीं बढ़ाया जाएगा। एक माह बाद उन्हें नौकरी छोड़कर जाना होगा। क्योंकि अब यहां पीजी जेआर एकेडमिक डॉक्टर जुलाई से आ जाएंगे। इसलिए अब इन्हें नहीं रखा जा सकता। वर्तमान में एम्स में 50 जूनियर रेजिडेंट एमडी नॉन एकेडमिक है। जिनकी नौकरी खतरे में हैं। जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि पिछले माह अचानक मीटिंग बुलाई गई। उसमें एक माह की सेलरी रोकने व डिग्री जमा कराने को कहा गया। जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि वह संविदा अनुसार सप्ताह में 96 घंटे से ज्यादा काम कर रहे हैं। जॉब में कोई गलती नहीं की गई। फिर भी बिना किसी पूर्व नोटिस के जॉब से निकाला जा रहा है।

2 जून को नोटिस दिया गया है। उन्हें एक माह का समय दिया गया है। ये कॉन्टै्रक्ट पर है तो एक माह बाद उन्हें नियमत: निकाला जा सकता है। यह इसलिए हो रहा है क्योंकि जुलाई से एम्स में एमडी का कोर्स शुरू होगा। यहां केवल 50 सीटे हैं, इसलिए जूनियर रेजिडेंट नॉन एकेडमिक क्लीनिकल स्टाफ नहीं रखे जा सकते। उन्हें रखने पर फाइनेंसियल दिक्कत होगी।

- पंकज श्रीवास्तव, मीडिया प्रभारी, एम्स