- मारपीट सहित अन्य मामलों में पुलिस करती है पाबंद

- शराब के नशे में होते ज्यादातर विवाद, अन्य मामले कम

GORAKHPUR: जिले में रोजाना कम से कम 30 लोग शांति भंग करते हैं। मामले सामने आने पर पुलिस उनको अरेस्ट करके मजिस्ट्रेट के सामने पेश करती है। जमानत मिल गई तो ठीक है वरना 14 दिन की कस्टडी रिमांड पर भेज दिया जाता है। यह हम नहीं कह रहे बल्कि पुलिस के आंकड़े खुद इसकी गवाही दे रहे। शांति भंग करने में चालान किए गए लोगों में ज्यादातर ऐसे लोग शामिल होते हैं जो शराब के नशे में मारपीट कर बैठते हैं। 10 दिनों के भीतर पुलिस ने 504 लोगों को शांति भंग के आरोप में अरेस्ट करके मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया। इनमें करीब दो सौ लोगों ने शराब के नशे में बवाल काटा था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नॉन कनिजेबल रिपोर्ट-एनसीआर दर्ज होने पर पुलिस हस्तक्षेप नहीं कर सकती है, इसलिए ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए आरोपियों को शांति भंग की आशंका में पाबंद कर देते हैं।

पब्लिक को काबू करने के लिए करते प्रयोग

पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि शांति भंग की धारा- 151 का उपयोग पुलिस अक्सर पब्लिक को कंट्रोल करने के लिए करती है। यह एक ऐसा प्रावधान है जिसके तहत अपराध हुआ नहीं और पुलिस के मुताबिक ये कहा जाता है कि अपराध किया जा सकता था। यदि मारपीट के मामलों में मेडिकल रिपोर्ट में गंभीर प्रकृति की चोट या हथियार के इस्तेमाल की बात आती है तो सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर फिर से गिरफ्तारी होती है। सामान्य मारपीट, कहासुनी और हाथापाई केसेज में पुलिस शांति भंग की आशंका में पाबंद कर देती है।

यहां यूज करते धारा 151

किसी स्थान पर शांति व्यवस्था भंग होने की दशा में

दो पक्षों के बीच विवाद होने पर, कहासुनी होने की स्थिति हो

चुनाव की घोषणा के बाद जब हिंसा भड़कने की आशंका हो

दो पक्षों के बीच मारपीट होने की घटनाएं, एनसीआर दर्ज होने पर

पिछले 10 दिनों में हुई कार्रवाई

30 नवंबर 2020: 32 मुकदमे दर्ज, 46 व्यक्तियों पर कार्रवाई

29 नवंबर 2020: 36 मुकदमे दर्ज, 61 व्यक्तियों पर कार्रवाई

28 नवंबर 2020: 24 मुकदमे, 36 व्यक्तियों को पाबंद किया गया।

27 नवंबर 2020: 36 मुकदमे दर्ज, 37 व्यक्ति पाबंद हुए।

26 नवंबर 2020: 32 मुकदमों में 55 लोगों पर शांति भंग की आशंका

25 नवंबर 2020: 34 मुकदमे में 59 व्यक्ति पाबंद किए गए।

24 नवंबर 2020: 23 मुकदमे 34 व्यक्ति पाबंद हुए

23 नवंबर 2020: 36 मुकदमे दर्ज, 60 के खिलाफ कार्रवाई

22 नवंबर 2020: 33 मुकदमे दर्ज हुए, 49 व्यक्ति पाबंद किए गए।

21 नवंबर 2020: 37 मुकदमे, 67 व्यक्तियों पर कार्रवाई हुई।

दोबारा हुई कार्रवाई तो जब्त हो जाएगी जमानत राशि

पुलिस की कार्रवाई पर गौर करें तो अलग-अलग जगहों पर 24 घंटे में औसतन 30 लोग शांति भंग करके कानून-व्यवस्था को प्रभावित करते हैं। इसकी रोकथाम के लिए पुलिस प्रभावी कदम उठाने में लगी है। थानों पर किसी तरह के विवाद की सूचना आने पर तत्काल पुलिस टीम भेजने का निर्देश दिया गया है। शांति भंग की आशंका में पाबंद किए गए लोगों के दोबारा पकड़े जाने, उनके पाबंद होने पर पूर्व की जमानत धनराशि जब्त करने का प्राविधान भी है, हालांकि इस पर ज्यादा अमल नहीं हो पाता है।

कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती है। शांति भंग की आशंका में मुकदमा दर्ज करके अभियुक्तों को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाता है। पब्लिक को भयमुक्त रखने के लिए असामाजिक तत्वों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी रहेगी।

जोगेंद्र कुमार, एसएसपी