-आठ लुटेरों के गैंग का पर्दाफाश कर पुलिस ने हासिल की बड़ी कामयाबी

-पुलिस ने बरामद किया लूट में इस्तेमाल किए गए अवैध असलहे, वाहन और नकदी

-मुखबिर की सूचना पर सिक्टौर रेलवे क्रांसिंग के पास से अरेस्ट

GORAKHPUR: चिलुआताल एरिया के मानीराम क्रांसिंग पर 31 दिसंबर को बदमाशों ने लूट के इरादे से नौतनवां के व्यापारी को गोली मारी थी। घायल व्यापारी की बाद में मौत हो गई थी। वारदात में शामिल बदमाशों ने नौ जनवरी को रामगढ़ताल के रुस्तमपुर में सरिया व्यापारी के मुनीम से 32 लाख लूट लिए। क्राइम ब्रांच की मदद से चिलुआताल पुलिस ने मुठभेड़ में आठ बदमाशों को अरेस्ट कर 32 बोर की एक पिस्टल, एक तमंचा, छह कारतूस, एक चाकू, दो बाइक, एक आटो, एक कार और 1.42 लाख रुपये बरामद किए। डीआईजी सह एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने रविवार दोपहर पुलिस लाइन में पे्रस वार्ता कर यह जानकारी दी।

घेर कर मारी थी गोली

नौतनवां के सरोजनीनगर निवासी 25 वर्षीय प्रशांत जायसवाल 31 दिसंबर 2020 को बड़े भाई विपिन जायसवाल के साथ गोरखपुर आया था। लौटते समय मानीराम रेलवे क्रासिंग के पास पहुंचा ही था कि दो बाइक से चार बदमाशों ने लूट के इरादे से दोनों भाइयों को मानीराम रेलवे क्रासिंग पर घेर लिया था। असफल होने पर प्रशांत को गोली मार दी थी। घटना के 13 दिन बाद लखनऊ में इलाज के दौरान प्रशांत की मौत हाे गई थी।

सर्विलास के जरिए मिली जानकारी

सर्विलांस की मदद से खोजबीन करने पर बदमाशों के बारे में जानकारी मिली। मुखबिर की सूचना पर रविवार सुबह क्राइम ब्रांच व चिलुआताल थाने की पुलिस ने सिक्टौर रेलवे क्रासिंग के पास दस बदमाशों को घेर लिया। पुलिस पर फायरिंग करते हुए दो बदमाश फरार हो गए।

पकड़े गए बदमाश

पकड़े गए बदमाशों की पहचान चिलुआताल के मोहरीपुर निवासी मनोज चौहान, आकाश गुप्ता, मनोज साहनी, सुनील चौहान, केवटहिया निवासी मनोज साहनी, गोरखनाथ के पचपेड़वा निवासी सन्नी चौहान, बेलघाट के सडौली निवासी विकास पाठक और गीडा के देईपार निवासी सर्वेश शर्मा के रूप में हुई।

आकाश ने की थी मुखबिरी

बदमाशों ने बताया कि नौ जनवरी की रात में सरिया व्यापारी मनीष तुलस्यान के मुनीम रामगढ़ताल के आजादनगर निवासी उपेंद्र मिश्रा से 32 लाख रुपये उन्होंने ही लूटे थे। मनीष के ड्राइवर आकाश गुप्ता ने मुखिबरी की थी। लूट की रकम आपस में बराबर-बराबर बांट ली थी।

लूट के पैसे से खरीदी थी गाड़ी

आकाश ने अपने हिस्से के रुपये से पल्सर और एक आटो खरीदा था। मनोज चौहान ने अपनी गाड़ी स्वीफ्ट डिजायर उसी पैसे से बनवाई। लूट के जो पैसे बचे थे वह बादमशों के पास थे। बाकि का पैसा ऐशो आराम में खर्च कर दिया। इतना ही नहीं दो अन्य बदमाशों को हिस्सा उन्हीं के पास है। फरार चल रहे बदमाशों की तलाश चल रही है।

बना रहे थे लूट की योजना

बदमाश लूट की घटना को अंजाम देने के लिए महराजगंज को निशाना बनाया था। इसके लिए लूट की योजना बना रहे थे। इसी बीच पुलिस ने मौके से उन्हें अरेस्ट कर लिया।

गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम

क्राइम ब्रांच निरीक्षक सुशील शुक्ला, निरीक्षक नीरज राय, उप निरीक्षक सादिक परवेज, सत्यप्रकाश सिंह, हेड कांस्टेबल विपेंद्र मल्ल, राजमंगल सिंह, शशिकांत राय, योगेश सिंह, सनातन सिंह, तेज सिंह, मोहसिन खां, कुतुबुदीन, धर्मेद्र नाथ तिवारी, राकेश कुमार यादव, प्रदीप राय, कांस्टेबल संतोष सिंह यादव, अरुण कुमार यादव, अरुण राय, गणेश शंकर पांडेय शामिल रहे। डीआईजी ने क्राइम ब्रांच टीम की कामयाबी पर 25-25 हजार रुपये का इनाम की घोषणा की है।