- वैक्सीनेशन ड्राइव में अब तक सबसे ज्यादा परसेंटेज, 90 प्रतिशत फ्रंट लाइन वर्कर्स ने लगवाया टीका

- जिला अस्पताल व जिला महिला अस्पताल समेत सभी 48 बूथों पर पुलिस कर्मी समेत बाकी स्टाफ ने लगवाया टीका

GORAKHPUR: फ्रंट लाइन वर्कर्स को बूथ्स तक पहुंचाने की तदबीरें काम आ गई। जिले में सेकेंड फेज के तीसरे राउंड में गोरखपुर फ‌र्स्ट डिविजन डिस्टिंक्शन के साथ पास हुआ। जिले भर में बनाए गए 48 बूथों पर कुल 4931 कर्मियों को टीका लगाया गया। इनमें 4428 मेल व 503 फीमेल शामिल रहीं, जबकि 5460 फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीनेशन का टारगेट रखा गया था। 90 प्रतिशत वैक्सीनेशन हुआ। हेल्थ डिपार्टमेंट की मानें तो अब तक के हुए टीकाकरण में यह सबसे बड़ा अचीवमेंट है।

ऑब्जर्वेशन रूम को बना दिया बैरक

जिला अस्पताल में पुलिसकर्मियों ने वैक्सीनेशन करवाया। सभी 48 बूथों पर सुबह 10 बजे से टीकाकरण शुरू हो गया था। जिला अस्पताल में सीएमओ डॉ। सुधाकर पांडेय, जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ। एसी श्रीवास्तव, जिला महिला अस्पताल में प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ। माला कुमारी सिन्हा व बीआरडी मेडिकल कॉलेज में प्रिंसिपल डॉ। गणेश कुमार ने बूथों का निरीक्षण किया।

चौथे राउंड की तैयारियां पूरी

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। नीरज कुमार पांडेय ने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन के सेकेंड फेज के चौथे राउंड की तैयारी पूरी हो चुकी है। 19 फरवरी को होने वाले कोविड वैक्सीनेशन के लिए 31 बूथ बनाए गए हैं। इन सभी बूथों पर 2426 लाभार्थियों का वैक्सीनेशन होगा।

डॉक्टर भी बने टेलीकॉलर

वैक्सीनेशन का परसेंटेज बढ़ाने में स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों का काफी अहम रोल रहा। फ्रंट लाइन वर्कर्स के कोविड वैक्सीनेशन के लिए मोटीवेट किया गया। सभी मेडिकल ऑफिसर, स्टाफ नर्स समेत वार्ड ब्वॉय को टेलीकॉलर की भूमिका अदा करनी पड़ी। इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम से पांच सदस्यीय टीम ने भी कॉल कर सभी वर्कर्स को टीकाकरण के लिए मोटिवेट किया।

अब तक हुए टीकाकरण फीसदी में

18 फरवरी - 90

15 फरवरी - 38.7

12 फरवरी - 42.4

11 फरवरी -40.3

5 फरवरी - 70.7

4 फरवरी - 70

29 जनवरी - 82.4

28 जनवरी - 77.3

22 जनवरी - 70.83

16 जनवरी - 51

सेकेंड फेज के तीसरे राउंड में हुए टीकाकरण -

मेल वर्कर्स को लगा टीका- 4428

फीमेल वर्कर्स को लगा टीका -503

कुल वैक्सीनेशन -4931

कुल बूथ की संख्या -48

वैक्सीनेशन प्रतिशत - 90

सेकेंड फेज के तीसरे राउंड का टारगेट - 5460

मॉप अप राउंड में शेष बच गए वर्कर्स -529

जैसे ही मैसेज मिला। उसके बाद अपना वैक्सीनेशन करवाने जिला अस्पताल पहुंच गया। कोविशील्ड वैक्सीन लगाई गई है। किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हुई है। मेरी अपील है कि हमारे सभी साथी अपना वैक्सीनेशन करवाएं। वैक्सीन 100 प्रतिशत सुरक्षित है।

दीपक, पुलिसकर्मी

माइल्ड पेन हुआ, लेकिन अब कोई दिक्कत नहीं है। जिला अस्पताल में व्यवस्था अच्छी की गई है। किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। वैक्सीनेशन को लेकर उत्साह था, लेकिन जैसे ही कॉल आया। मैं तुरंत चला आया।

अमित, पुलिसकर्मी

मैसेज तो नहीं आया है, लेकिन कॉल आने के बाद मैने तुरंत बूथ पर आकर अपना वैक्सीनेशन करवाया। किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। मैं तो कहूंगा कि जो भी साथी हैं वह अपने बूथ पर जाकर वैक्सीनेशन जरूर करवाएं। यह हमारे सेहत के लिए बेहद जरूरी है।

देवेंद्र, पुलिसकर्मी

कोरोना महामारी पर जीत दर्ज कर चुके हैं। ऐसे में हमें वैक्सीनेशन करवाना जरूरी है। वैक्सीनेशन के दौरान किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हुई हैं। माइल्ड पेन था, लेकिन वह भी ठीक हो गया है। चेहरे पर हंसी देखकर ही आप अंदाजा लगा सकते हैं।

अंजनी राय, पुलिसकर्मी

मेरी पोस्टिंग राजघाट थाने पर है। वैक्सीनेशन के लिए मैं अपने बूथ पर आया हूं। मेरे साथ मेरे अन्य साथी भी आए हैं। ऑब्जर्वेशन रूम में एकसाथ बैठे हैं। किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। बल्कि वैक्सीनेशन करवाकर खुद को काफी अच्छा महसूस कर रहा हूं।

धर्मेद्र भारद्वाज, पुलिसकर्मी

कोविड वैक्सीनेशन को लेकर फ्रंट लाइन वर्कर्स में उत्साह देखने को मिला। इसके लिए सभी स्टाफ को कॉल करने के लिए लगाया गया था। यही वजह है कि पिछली बार की तुलना में वैक्सीनेशन प्रतिशत में वृद्धि हुई है।

- डॉ। सुधाकर प्रसाद, पांडेय, सीएमओ