गोरखपुर (ब्यूरो)।तीन सदस्यीय कमेटी में अध्यक्ष के तौर पर महिला अस्पताल के एसआईसी डॉ। जय कुमार, जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ। बीके सुमन और महिला अस्पताल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ। आसना राव को शामिल किया गया है। कमेटी को 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट देने को कहा गया है। वहीं, अन्य एक रिपोर्ट शासन को भी भेज दी गई है।

दो डिस्चार्ज, बाकी भी स्वस्थ

जिला अस्पताल के एसआईसी डॉ। जय कुमार ने बताया कि जिन 13 महिलाओं को एंटीबायोटिक इंजेक्शन एमोक्सिसिलीन और जेंटामाइसिन लगाई गई थी। उनकी लगातार निगरानी की जा रही है। अब महिलाएं पूरी तरह से स्वस्थ है। इनमें दो महिलाओं को शनिवार को डिस्चार्ज कर दिया गया है। इसके अलावा डीएम को एक रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। बताया जा रहा है कि जो रिपोर्ट भेजी गई है, उसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि इंजेक्शन लगने के बाद अचानक महिलाओं को दिक्कतें होनी शुरू हुई। मिचली, आंखों में जलन सहित अन्य शिकायतें हुई। इस पर तत्काल उन्हें एंटी एलर्जी इंजेक्शन लगाया गया और आधे घंटे के अंदर महिलाओं की हालत में सुधार होने लगा। सभी महिलाओं के सिजेरियन प्रसव हुए हैं।

नए बैच के छह हजार वायल महिला अस्पताल को मिले

डॉ। जय कुमार ने बताया कि जिन महिलाओं को एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगाया गया है, उस बैच की सभी दवाएं उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमएससीएल) को भेज दी गई है। इसके बदले तीन अलग-अलग एंटीबायोटिक के दो-दो हजार डोज अस्पताल प्रशासन को मिल गए हैं। इनमें दो हजार डोज जेंटामाइसिन, सिफोटेक्सीन और मेटाक्लोप्राइड शामिल हैं।