गोरखपुर (ब्यूरो)। एडीजी ने एसएसपी डॉ। विपिन ताडा, एसपी, सीओ व थानेदारों के साथ बुधवार को ऑनलाइन मीटिंग की। एडीजी ने सुझाव लेने के बाद निर्देश जारी करते हुए कि शहर के प्रमुख स्थानों पर सड़क किनारे ही नर्सिंग होम, दुकानें भी है, जिसके बाहर जाम लग जाता है। ऐसे नर्सिंग होम, दुकानों को चिन्हित करें और इनसे वार्ता कर बोला जाए कि यह प्राइवेट गार्ड बाहर खड़ा करें जो ट्रैफिक में सहयोग करें। इसके अलावा अगर निर्माण काम बिना सूचना के हो तो तत्काल रोक दें।

प्राइवेट बसों को करें शहर से बाहर

ठेकेदार को भी वहां पर अपने गार्ड रखने होंगे जो आवागमन को चलाएं। सड़क पर ही खड़े होने वाले वाहनों को वहीं पर लॉक करने के लिए कमिश्नर ने उपकरण उपलब्ध कराने की बात कही है, इसका प्रस्ताव तैयार कर भेजा जाए। रोडवेज पर बसों की वजह से जाम लगता है, इसलिए प्राइवेट बसों को शहर से बाहर किया जाए और रोडवेज के आरएम से वार्ता कर सरकारी बसों को सही ढंग से खड़ा कराया जाए।

इंसर्ट

कर्मचारियों को भेजनी होगी लोकेशन

एसपी सिटी सोनम कुमार ने भी बुधवार को ट्रैफिक को लेकर मीटिंग की। पुलिस लाइंस में मातहतों के साथ मीटिंग कर जिम्मेदारी से ट्रैफिक में सहयोग करने की बात कही। एसपी ट्रैफिक ने एप की मदद से ड़्यटी लगाने की व्यवस्था भी कर दी है। अब ऑनलाइन लोकेशन भी भेजना होगा ताकि ड्यूटी चेक हो सके। अगर ड्यूटी प्वाइंट से पुलिस वाले हटे तो स्पष्टीकरण लेकर कार्रवाई भी की जाएगी।