- डीएम ऑफिस में अधिवक्ताओं ने अपने मांगों को लेकर किया नारेबाजी

- डीएम द्वारा ज्ञापन न लेने पर कलेक्ट्रेट, सिविल और कमिश्नर कोर्ट के अधिवक्ता आज न्यायिक कार्य से रहेंगे विरत

GORAKHPUR:

जिला अधिवक्ता एसोसिएशन के बैनर तले अधिवक्ताओं ने डीएम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अधिवक्ताओं का आरोप था कि उनका ज्ञापन डीएम ने नहीं लिया। जबकि डीएम लोक सेवक है। ऐसे में अधिवक्ताओं ने न सिर्फ कलेक्ट्रेट में नारेबाजी की बल्कि न्यायिक कार्य से विरत होने का फैसला किया है। मंगलवार को कमिश्नरी, कलेक्ट्रेट व सिविल कोर्ट के सभी अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे।

दोपहर 12 बजे पहुंचे डीएम ऑफिस

दरअसल, जिला अधिवक्ता एसोसिएशन के अध्यक्ष कृष्ण कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में अधिवक्ता दोपहर 12 बजे डीएम ऑफिस पहुंचे। अध्यक्ष संग दो दर्जन से ऊपर अधिवक्ता डीएम को इस बात का ज्ञापन सौंपने जा रहे थे कि जनपद में विभिन्न तहसीलों के एसडीएम द्वारा प्रत्येक सोमवार को जिला मुख्यालय पर आकर न्यायिक कार्य संपादन किए जाने की व्यवस्था कायम है। यह व्यवस्था के विपरीत एसडीएम को जिला मुख्यालय पर न आने व तहसील मुख्यालय पर ही बैठकर वादों की सुनवाई करने की जो कार्यवाई आयुक्त महोदय के निर्देश पर डीएम द्वारा की जा रही है। उस पर जिला अधिवक्ता एसोसिएशन वापस लेने की मांग करता है। लेकिन डीएम तक अपना ज्ञापन लेकर पहुंचने वाले अधिवक्ताओं को यह बात नागवार गुजरी कि वे डीएम से नहीं मिल सके और उनका ज्ञापन एडीएम प्रशासन प्रभुनाथ व सिटी मजिस्ट्रेट विवेक श्रीवास्तव लेने क्यों आए हैं? उधर डीएम के। रविंद्र विजयेंद्र ऑफिस में फरियादियों की समस्या सुन रहे थे। इधर बाहर अधिवक्ता एडीएम प्रशासन व सिटी मजिस्ट्रेट के सामने डीएम के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। यह सिलसिला करीब 45 मिनट तक चला। अधिवक्ता डीएम को ज्ञापन सौंपने की बात पर अड़े रहे, लेकिन बात नहीं बनी तो अधिवक्ता डीएम ऑफिस के गेट पर ही बाहर अपना ज्ञापन चस्पा कर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने की बात कहते हुए कलेक्ट्रेट परिसर में नारेबाजी शुरू कर दी।

वर्जन

लोकतांत्रिक व्यवस्था में आप डीएम है। ऐसे में हमारे एसोसिएशन का ज्ञापन लेंगे। इसके लिए निंदा प्रस्ताव पारित किया गया है। मंगलवार को जिले भर के सिविल कोर्ट, कमिश्नर कोर्ट, कलेक्ट्रेट कोर्ट के अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे।

कृष्ण कुमार त्रिपाठी, जिला अधिवक्ता एसोसिएशन

वर्जन

के। रविंद्र विजयेंद्र, डीएम