गोरखपुर (ब्यूरो)। ऑपरेशन के दौरान ओटी में मौजूद खतरनाक बैक्टीरिया और वायरस अवशोषित कर लेता है। खतरनाक बैक्टीरिया और वायरस को यह ओटी से बाहर नहीं निकलने देता है। ओटी के बाहर मौजूद किसी प्रकार के खतरनाक वायरस की एंट्री भी नहीं होने देता।

तैयार हो गए हैं 14 मॉड्यूलर ओटी

एम्स में आगामी सात दिसंबर से 300 बेड का अस्पताल संचालित होगा। इस दौरान 14 माड्यूलर ऑपरेशन थिएटर तैयार किए गए। इन मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर में संक्रमण से बचाव के अत्याधुनिक इंतजाम हैं। इसमें ज्यादातर मशीनें स्वचालित लगाई गई हैं।

ऑपरेशन शुरू करने से पहले ओटी होगी विसंक्रमित

तमाम संसाधनों के बावजूद एम्स प्रशासन ऑपरेशन में संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए हर ओटी को भी संक्रमित कराने का फैसला किया है। इसके लिए माइक्रोबायोलॉजी विभाग को जिम्मेदारी दी गई है। ओटी को विसंक्रमित करने के दौरान उसे तीन दिन सील रखा जाएगा। इससे पूर्व ऑपरेशन थिएटर के दीवार के कोने में खतरनाक बैक्टीरिया या वायरस के मौजूदगी की जांच भी की जाएगी।

वर्जन

एम्स में 14 मॉड्यूलर ओटी तैयार हो चुके हैं। सभी में अत्याधुनिक उपकरण लगे हैं। इनके विसंक्रमित करने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। चरणबद्ध तरीके से ओटी का संचालन शुरू किया जाएगा। फौरी तौर पर आयुष विंग में बने सामान्य ओटी में ही ऑपरेशन हो रहा है।

डॉ। सुरेखा किशोर, कार्यकारी निदेशक एम्स