गोरखपुर (ब्यूरो)।गोरखपुर यूनिवर्सिटी के समाजशास्त्र विभाग में सन 1957-58 से शिक्षण कार्य शुरु हुआ और यहां के शिक्षकों की पूरे देश में प्रतिष्ठा रही है। यहां के छात्रों की अकादमिक जगत में पूरे देश में प्रतिष्ठा रही है। यह बातें गोरखपुर यूनिवर्सिटी के सोशियोलॉजी डिपार्टमेंट में आयोजित एल्युमिनाई मीट में बतौर चीफ गेस्ट संबोधित करते हुए डिपार्टमेंट के पहले रिसर्च स्कॉलर और पूर्व अध्यक्ष प्रो। मेजर केके मिश्र ने कहीं। एचओडी प्रो। संगीता पांडेय ने गेस्ट्स का वेलकम करते हुए एल्युमिनाई मीट के महत्व को रेखांकित किया।
हर व्यक्ति में संभावनाएं
स्पेशल गेस्ट 1970 बैच के एल्युमिनस और बिहार सरकार के पूर्व शिक्षा सलाहकार डॉ। योगेन्द्र पति त्रिपाठी ने विभाग के गौरवपूर्ण इतिहास को रेखांकित करते हुए अपने विचार रखे और कहा कि जब दिल में जज्बा हो तो कोई भी मंजिल दूर नहीं होता है। गुरु से प्रेरणा लेकर जीवन मे आगे बढ़ा जा सकता है। एसडीपीजी कालेज, मठलार के समाजशास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ। जीवन दर्शन दीक्षित ने विभाग के अनुभव को सांझा करते हुए गुरुजनों को याद किया और कहा कि शिक्षक के सानिध्य में ही ज्ञान प्राप्त होता है। प्रत्येक व्यक्ति में संभावनाएं छिपी होती हैं। दृढ़ संकल्प एवं इच्छाशक्ति किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। कार्यक्रम को ऑनलाइन माध्यम से डॉ। इंद्रजीत मिश्र, अनूप पांडेय, दिलीप कुमार, प्रो। कौलेश्वर प्रियदर्शी, डॉ। नीतू श्रीवास्तव, डॉ। आलोक त्रिपाठी ने भी संबोधित किया। संचालन डॉ। मनीष पांडेय और आभार ज्ञापन प्रो। सुभी धुसिया ने किया। इस दौरान प्रो। अंजू, डॉ। अनुराग द्विवेदी, डॉ। पवन कुमार, डॉ। प्रकाश प्रियदर्शी, डॉ। दीपेंद्र मोहन सिंह आदि मौजूद रहे।