गोरखपुर (ब्यूरो)। जहां से ये पता चला है कि शहर में एंट्री करने वाले चार चौराहे ऐसे हैं, जहां सबसे अधिक भीड़ होती है, सोमवार के दिन तो हर चौराहे से एक मिनट में 150 गाडिय़ां यानी चार चौराहों को जोड़ लिया जाए तो 600 वाहन छोटे-बड़े निकलते हैं। आईटीएमएस प्रोजेक्ट की जद में चौराहों के आने से ट्रैफिक मैनेजमेंट दुरुस्त नजर आने लगा है। गलती मिलने पर तुरंत आईटीएमएस से वार्निंग भी दी जाती है।

यहां रहती सर्वाधिक भीड़

सिटी के असुरन, मोहद्दीपुर, नौसड़ और ट्रांसपोर्ट नगर के चौराहे ऐसे हैं, जहां से महानगर के अंदर लोग प्रवेश करते हैं। डेली सुबह और खासतौर से सोमवार के दिन यहां सबसे अधिक भीड़ लगती है। दूर-दूर तक वाहनों की कतार लग जाती है। इसे कंट्रोल करने वाली टीम के मानें तो हर चौक से एक मिनट में 150 से अधिक गाडिय़ां गुजरती हैं।

भीड़ देखकर घटाते-बढ़ाते सिग्नल का टाइम

इन चौराहों पर भीड़ को काबू में करने के लिए सिग्नल का टाइम आईटीएमएस से बढ़ाया और घटाया जाता है। सोमवार के दिन सुबह के टाइम में शहर में आने वालों के लिए 180 सेकेंड तक सिग्नल ग्रीन रहता है। जबकि शहर से बाहर जाने वालों के लिए चौराहों पर उस समय केवल 60 सेकेंड दिया जाता है, ताकि भीड़ को मैनेज किया जा सके। इसी तरह शाम में शहर से जाने वालों के लिए 180 सेकेंड का टाइम दिया जाता है और आने वालों को 60 सेकेंड का सिग्नल मिलता है। आईटीएमएस में बैठे इम्प्लाई चौराहों पर भीड़ के हिसाब से मैनेज करते हैं।

इन चौराहों पर कम होती भीड़

आईटीएमएस रिकॉर्ड के अनुसार यूनिवर्सिटी, कचहरी, काली मंदिर और यातायात चौक पर सबसे कम जाम लगता है। यहां सुबह दस बजे और शाम 5 बजे थोड़ी भीड़ लगती है। इसके बाद इन चौराहों पर भीड़ ना होने के कारण आना-जाना बिल्कुल आसान रहता है।

नोट:: शहर के कौन-कौन से चौराहे आईटीएमएस की जद में

आईटीएमएस प्रोजेक्ट फैक्ट फीगर के साथ