(अनुराग पांडेय)। पब्लिक को अवेयर करने के लिए साइबर थाने की दीवार पर कार्टून और स्लोगन लिखे गए हैं। इसे साइबर अवेयरनेस वॉल का नाम दिया गया है। वॉल पेंटिंग के जरिए वर्तमान समय में हो रहे साइबर अपराध से बचाव के तरीके, सुझाव को प्रदर्शित किया गया है। सेक्सटॉर्शन, लोन एप्लीकेशन फ्रॉड, एटीएम कार्ड फ्रॉड, कस्टमर केयर सर्च फ्रॉड और सोशल मीडिया यूज करते समय क्या सावधानियां बरतनी हैं? इसका जिक्र अवेयरनेस वॉल पर किया गया है।

इन तरीकों से हो रही साइबर ठगी

1. बिजली बिल बकाया के नाम पर भेज रहे मोबाइल पर मैसेज।

2. शॉर्ट टाइम लोन के लिए एप डाउन लोड कराकर हो रही ठगी

3. जॉब के लिए ऑफर लेटर भेजकर मांग रहे पैसे।

4. गल्र्स को एयर होस्टेज बनाने के लिए गल्र्स का फिटनेस चेक कर उनकी फोटो बना कर रहे ब्लैकमेल

5. वाट्सएप और फेसबुक पर दोस्ती कर वीडियो कॉल करके ब्लैकमेलिंग।

6. लोन दिलाने के नाम पर एप डाउन लोड कराकर ठगी।

7. रिमोर्ट कंट्रोल एप डाउनलोड कराकर ठगी।

8. फर्जी शादी डॉट कॉम वेबसाइट बनाकर ठगी।

ठगी का शिकार होने पर यहां करें कंप्लेन

हेल्पलाइन नंबर - 1930

वेबसाइट पर करें शिकायत- cybercrime.gov.in

यहां से आती है कम्प्लेन

गोरखपुर, महाराजगंज, कुशीनगर, देवरिया

साइबर थाने की टीम में मेंबर- 22

डेली आते हैं थाने पर ठगी के केस-6

डेली सीयूजी नंबर पर आती है कंप्लेन-12

डेली आने वाली कुल कंप्लेन - 18

सबसे अधिक फेक लोन के केस

साइबर थानेे के एसएसआई उपेन्द्र सिंह ने बताया कि सेक्सटॉर्शन के केस पहले अधिक आ रहे थे। इधर सबसे अधिक फेक लोन के फ्रॉड के केसेज आ रहे हैं। इसमे लोन देने के नाम पर सारा डिटेल लेकर जालसाज फ्रॉड कर रहे हैं।

लोन के लिए आवेदन से पहले बरतें सावधानी

- भारतीय रिजर्व बैंक के पोर्टल से कंपनी की प्रमाणिकता सत्यापित करें।

- लोन प्रदान करने वाले अज्ञात एप्स को इंस्टॉल करते वक्त सतर्कता बरतें, यह आपके गोपनीय डेटा को खतरे में डाल सकता है।

- दस्तावेज भुगतान जमा करने से पहले संबंधित वेबसाइट यूआरएस की प्रमाणिकता की जांच करें।

थाने पर डेली पब्लिक कंप्लेन लेकर आती है। उनको अवेयर करने के लिए यहां पर साइबर अवेयरनेस वॉल तैयार कराई गई है। ये पब्लिक को सजेशन देते हुए फ्रॉड से बचने का तरीका भी बताती है।

उपेन्द्र सिंह, एसएसआई साइबर थाना